रणजी ट्राफी: इतिहास रचने की दहलीज पर मध्य प्रदेश
बेंगलूरू: भारतीय क्रिकेट का सबसे प्रतिष्ठित घरेलू टूर्नामेंट, रणजी ट्रॉफी अपने आखिरी पड़ाव पर आ
पहुंचा है। इस बार टूर्नामेंट की सबसे सफल टीम मुंबई और पहले खिताब की तलाश वाली
मध्यप्रदेश की टीम के बीच फाइनल मुकाबलाकल से खेला जायगा । मध्य प्रदेश की टीम 1999
के बाद पहली बार रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुंची है तो वहीं मुंबई की टीम भी 5 साल बाद
इस टूर्नामेंट का फाइनल खेल रही है। हालांकि रणजी के 88 साल के इतिहास में मुंबई 41 बार
खिताब जीत चुकी है. जबकि मध्य प्रदेश की टीम आज तक एक बार भी विजेता नहीं बनी है।
मध्य प्रदेश की टीम भले ही आज तक एक बार भी खिताब नहीं जीत पाई है लेकिन इस सीजन
में उसने अपने प्रदर्शन से सभी को चौंकाया है। एमपी की टीम ने बिना कोई मैच गंवाए ग्रुप
स्टेज में टॉप किया। इसके बाद उसने क्वॉर्टरफाइनल में पंजाब और फिर सेमीफाइनल में बंगाल
जैसी मजबूत टीम को मात दी। मुंबई का सफर भी इस बार कुछ ऐसा ही रहा। उसने दो जीत
और एक ड्रा के साथ ग्रुप डी में टॉप किया। इसके बाद उसने क्वॉर्टरफाइनल में उत्तराखंड को 725
रन के रिकॉर्ड अंतर से हराया और फिर उत्तरप्रदेश के खिलाफ पहली पारी में बढ़त के आधार पर
जीत हासिल करने में सफल रही। ऐसे में दोनों टीमों के बीच एक जोरदार खिताबी भिड़ंत होने
की पूरी उम्मीद है।
मध्य प्रदेश को पहले खिताब से जुदा कर सकते हैं यह खिलाड़ी
मुंबई ने इस सीजन में अभी तक पांच में से तीन मैच जीते हैं तो एक मैच ड्रॉ रहा है और
सेमीफाइनल मुकाबला उसने विशाल लीड के चलते अपने नाम कर लिया था। उधर मध्य प्रदेश
की टीम पांच में से चार मुकाबले जीतकर आई है और एक मुकाबला उसने ड्रॉ खेला है। आंकड़ों
में मध्य प्रदेश भले मुंबई से मजबूत हो लेकिन उसे मुंबई के बल्लेबाज सरफराज खान और
गेंदबाज शम्स मुलानी से काफी सावधान रहना होगा।
दोनों टीमों की संभावित एकादश:
मुंबई:
पृथ्वी शॉ (कप्तान), यशस्वी जायसवाल, अरमान जाफर, सुवेद पारकर, सरफराज खान, हार्दिक तमोर (विकेटकीपर),
शम्स मुलानी, तनुश कोटियन, तुषार देशपांडे, धवल कुलकर्णी, मोहित अवस्थी
मध्य प्रदेश:
यश दुबे, हिमांशु मंत्री (विकेटकीपर), शुभम एस शर्मा, रजत पाटीदार, आदित्य श्रीवास्तव (कप्तान),
अक्षत रघुवंशी, सारांश जैन, कुमार कार्तिकेय, पुनीत दाते, अनुभव अग्रवाल, गौरव यादव