Mumbai : आज शाम को जब महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे के साथ प्रेस कांफ्रेंस की, तब किसी को फडणवीस की भूमिका का अंदाजा नहीं था। लेकिन, फडणवीस ने एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री होने और खुद सरकार में शामिल नहीं होने की घोषणा की, तो सभी को आश्चर्य जरूर हुआ। लेकिन, इसके कुछ देर बाद ही बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मीडिया से कहा कि फडणवीस शिंदे सरकार के नेतृत्व में बन रही सरकार का हिस्सा होंगे, तो ये दूसरा आश्चर्य था।
शाम को राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने डिप्टी CM पद की शपथ ले ली। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने एकनाथ शिंदे को प्रदेश के 20वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ दिलाई। जबकि, फडणवीस को उप मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। इसके साथ ही 10 दिनों से चल रही राजनीतिक उथल-पुथल का भी अंत हो। लेकिन, ये सवाल अभी अनुत्तरित है कि आखिर फडणवीस ने अपना फैसला कुछ देर में कैसे बदला! वास्तव में जो हुआ, वो सही में तात्कालिक घटना थी या किसी लिखी हुई स्क्रिप्ट का हिस्सा! क्योंकि, देवेंद्र फडणवीस बीजेपी के बड़े नेताओं की सलाह के बिना एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री नहीं बनवा सकते और न सरकार से बाहर रहने का फैसला कर सकते हैं!
महाराष्ट्राचे उपमुख्यमंत्री म्हणून शपथ घेतल्याबद्दल मी @Dev_Fadnavis यांचे अभिनंदन करतो. भाजपाच्या प्रत्येक कार्यकर्त्यासाठी ते प्रेरणादायी आहेत. त्यांचा अनुभव आणि विद्वत्ता ही सरकारसाठी मोठी संपदा आहे. महाराष्ट्राच्या विकास यात्रेला ते अधिक बळकटी देतील याची मला खात्री आहे.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 30, 2022
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कुछ देर बाद कहा कि देवेंद्र फडणवीस शिंदे के नेतृत्व में बन रही सरकार का हिस्सा होंगे। उन्होंने उन्होंने ट्वीट करके कहा ‘एकनाथ शिंदे जी और देवेंद्र फडणवीस जी को बधाई। आज ये सिद्ध हो गया कि बीजेपी के मन में कभी मुख्यमंत्री पद की लालसा नहीं थी। 2019 के चुनाव में स्पष्ट जनादेश नरेंद्र मोदी जी एवं देवेंद्र जी को मिला था। उद्धव ठाकरे ने सीएम पद के लालच में हमारा साथ छोड़कर विपक्ष के साथ सरकार बनाई थी।’
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नड्डा ने कहा ‘बीजेपी ने ये निर्णय लेकर एक बार फिर साबित कर दिया है कि कोई पद पाना हमारा उद्देश्य नहीं है अपितु नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश और महाराष्ट्र की जनता की सेवा करना हमारा परम लक्ष्य है।’
प्रामाणिक कार्यकर्ता के नाते पार्टी के आदेश का मैं पालन करता हूँ. जिस पार्टी ने मुझे सर्वोच्च पद तक पहुँचाया, उसका आदेश मेरे लिए सर्वोपरि है.
एक प्रामाणिक कार्यकर्ता म्हणून पक्षाच्या आदेशाचे मी पालन करतो. ज्या पक्षाने मला सर्वोच्च पद दिले, त्या पक्षाचा आदेश मला शिरोधार्य आहे. https://t.co/uBp4yBsU5D
— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) June 30, 2022
केंद्रीय गृहमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने भी ट्वीट करके कहा ‘बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा जी के कहने पर देवेंद्र फडणवीस जी ने बड़ा मन दिखाते हुए महाराष्ट्र राज्य और जनता के हित में सरकार में शामिल होने का निर्णय लिया है। यह निर्णय महाराष्ट्र के प्रति उनकी सच्ची निष्ठा व सेवा भाव का परिचायक है। इसके लिए मैं उन्हें हृदय से बधाई देता हूँ।’
बीजेपी नेता अमित शाह के ट्वीट का जवाब देते हुए फडणवीस ने ट्वीट कर कहा “प्रामाणिक कार्यकर्ता के नाते पार्टी के आदेश का मैं पालन करता हूँ। जिस पार्टी ने मुझे सर्वोच्च पद तक पहुँचाया, उसका आदेश मेरे लिए सर्वोपरि है।“ इसके बाद उन्होंने एकनाथ शिंदे के साथ डिप्टी सीएम पद की शपथ ले ली।
जवाब में देवेंद्र फडणवीस ने ट्वीट किया ‘एक प्रामाणिक कार्यकर्ता म्हणून पक्षाच्या आदेशाचे मी पालन करतो. ज्या पक्षाने मला सर्वोच्च पद दिले, त्या पक्षाचा आदेश मला शिरोधार्य आहे!’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी एकनाथ शिंदे मंत्रिमंडल में शपथ लेने के बाद देवेंद्र फडणवीस को बधाई दी और उन्हें बीजेपी के प्रत्येक कार्यकर्ता के लिए प्रेरणास्रोत बताया। उन्होंने ट्वीट करके कहा ‘महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर देवेंद्र फडणवीस को बधाई। वह बीजेपी के हर कार्यकर्ता के लिए प्रेरणास्रोत हैं। उनका अनुभव और उनकी विशेषज्ञता सरकार के लिए पूंजी होंगे। मुझे पूरा भरोसा है कि वह महाराष्ट्र के विकास के आयाम को और मजबूती प्रदान करेंगे।’
देवेंद्र फडणवीस के प्रति बीजेपी के बड़े नेताओं ने जिस तरह का भाव दिखाया वो किसी बड़ी राजनीतिक योजना का हिस्सा भी हो सकता है। क्योंकि, बीजेपी में इतना बड़ा फैसला लेने का अधिकार देवेंद्र फडणवीस को होगा, ऐसा नहीं लगता! ये भी नहीं लगता कि उन्होंने डिप्टी CM का पद मन से स्वीकारा हो! क्योंकि, CM के बाद डिप्टी CM बनना इच्छा से पद स्वीकारने वाला फैसला नहीं है! वैसे मध्यप्रदेश में भी बाबूलाल गौर मुख्यमंत्री बनने के बाद उप मुख्यमंत्री बन चुके हैं।