भोपाल
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा है कि पंचायत और नगर निकाय चुनाव में कांग्रेस को जनता से मिल रहे समर्थन से प्रदेश सरकार विचलित है और चुनावों में जीत के लिए हर हथकंडे अपनाकर चुनाव परिणाम अपने पक्ष में कराना चाहती है। भाजपा जनता का समर्थन नहीं मिलने के कारण बौखलाहट में उसे अब पुलिस, पैसा और प्रशासन के जरिये जीत की कोशिश में है। उन्होंने कहा कि 15 माह बाद गलत काम में सहयोग करने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों का इंसाफ होगा।
नाथ ने पंचायत और नगर निकाय चुनाव को लेकर सभी कार्यकर्ताओं और नेताओं के नाम जारी संदेश में कहा कि स्थानीय निकाय के चुनाव में अनेक स्थानों पर कानून के राज के विपरीत अनियमित, पक्षपात पूर्ण और ज्यादती पूर्ण कार्यवाही किए जाने की जानकारी उन्हें मिली है। अनेक स्थानों पर पुलिस और प्रशासनिक तंत्र का दुरुपयोग कर कांग्रेस के प्रत्याशियों, कार्यकर्तार्ओ और समर्थकों पर सत्ता पक्ष के कहने पर द्वेषवश उन पर कार्यवाही की जा रही है। नाथ ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा चुनाव प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न करना, धनबल और सत्ता बल का दुरुपयोग करना, नामांकन नही करने देना, मतदान केंद्रों पर अनियमितताएं की गई हैं। साथ ही कांग्रेस और अन्य प्रत्याशियों के चुनाव जीतने पर भाजपा को समर्थन करने के लिए दवाब बनाने, कांग्रेस प्रत्याशियों और उनके कार्यकर्ताओं पर गलत कार्यवाही कराने, झूठे मुकदमे कराने का काम किया जा रहा है। ऐसी घटनाओं और गलत कार्यवाहियों के कारण स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव बाधित हुआ और लोकतंत्र की हत्या करने के प्रयासो में सहयोग किया गया है। इसकी पूरी जानकारी उन्होंने जिलों से प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में मंगाई है और सूची के साथ सभी प्रभावित, पीड़ित पक्षों के बारे में भी सूचना मंगाई गई है।
इसमें इस बात का उल्लेख करने को कहा गया है कि उनके चुनाव में किस स्तर पर, किस तरह की गड़बड़ियां एवं अनियमिततायें की गई है? बूथ से लेकर जिले तक / राज्य तक किस अधिकारी ने पक्षपातपूर्ण कार्यवाही की है? कहां सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर चुनावों को अन्यायपूर्ण रूप से प्रभावित किया गया है? किन कर्मचारी या अधिकारियों ने अपने संवैधानिक जिम्मेदारी का निर्वाह नहीं करते हुए पक्षपातपूर्ण काम किया है, इसकी शिकायत, संबंधित व्यक्ति का नाम, पदनाम और पदस्थी के जिले आदि जानकारी मंगाई गई है। कांग्रेस इसकी पूरी सूची तैयार करेगी। नाथ ने कहा है कि गांव और शहर के सभी पदाधिकारी पीसीसी में चुनाव प्रभारी जेपी धनोपिया को अपने अपने क्षेत्र की ऐसी शिकायत और जानकारी लिखित में भेजें और व्हाट्सएप करेंगे । नेता और कार्यकर्ता लिखित में जानकारी भेजने के साथ व्हाट्सएप करके भी शिकायत दर्ज कराएंगे।