Eyewitness Death : TI ख़ुदकुशी कांड की गुत्थी फिर उलझी, चश्मदीद गवाह की मौत

पुलिस को कमलेश से पूछताछ करना था, पर अब जांच की दिशा बदलेगी

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Indore : भोपाल के श्यामला हिल थाने के टीआई हाकम सिंह की गोली से घायल एएसआई रंजना खांडे के भाई कमलेश खांडे की आग लगने से हुई मौत के बाद इस मामले की गुत्थी और उलझ गई। कमलेश खांडे धार स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ था। दो दिन पहले धामनोद में वो आग से झुलस गया था, इंदौर में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

इस बात में भी गफलत है कि वो कैसे जला। शुरुआत में स्टोव भभकने से उसका झुलसना बताया गया, बाद में कहा गया कि दाल-बाटी बनाते वक्त कंडे में आग लगाने के दौरान हादसा हुआ। वो करीब 30 प्रतिशत जला था। अमूमन इतने झुलसे लोगों की मौत नहीं होती, पर कमलेश खांडे की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। कमलेश अकेला ऐसा व्यक्ति था जो हाकम सिंह मामले का चश्मदीद था। उसके सामने ही पूरा घटनाक्रम हुआ। घटना से पहले भी वो हाकम सिंह और रंजना खांडे की बातचीत के दौरान कॉफी हाउस में मौजूद था।

घटना के बाद इंदौर पुलिस लगातार टीआई सुसाइड और गोली मारने के मामले में रंजना खांडे और उसके भाई से भी पूछताछ कर रही थी। इस मामले में कमलेश इकलौते चश्मदीद था, जिससे पुलिस को आगे पूछताछ करना थी। 24 जून को इंदौर पुलिस कंट्रोल रूम में टीआई हाकम सिंह ने एएसआई रंजना खांडे को गोली मारकर खुद को गोली मार ली थी। इस घटना में रंजना बाल-बाल बच गई, जबकि टीआई हाकम सिंह की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस अधिकारियों ने इसे रंजना और हाकम सिंह के बीच प्रेम संबंध को लेकर विवाद बताया था।

इंदौर में पोस्टिंग के दौरान हाकम सिंह महिला एएसआई के घर में रहते थे। एएसआई पहले भी एक एसआई समेत दो लोगों के खिलाफ रेप का मामला दर्ज करवा चुकी है। गोलीकांड का एकमात्र चश्मदीद एएसआई रंजना के भाई कमलेश की आग लगने से जलने की वजह से उसकी मौत हो गई। इससे जांच में नई मुश्किल आ गई। हालांकि घटना के बाद रंजना ने कार के पैसे के लेन-देन का विवाद टीआई हाकम सिंह के परिजनों ने बताया था। टीआई के परिवार के मुताबिक रंजना टीआई हाकम सिंह ब्लैकमेल कर रही थी, इस मामले की भी पुलिस जांच कर रही है।