Indore : हीरानगर पुलिस थाने में अब 5 प्रकरण कांग्रेसियों के खिलाफ दर्ज हुए हैं। एक प्रकरण चंदू शिंदे के भतीजे ने तो दूसरा पुलिस थाने में तोड़फोड़ के मामले में शासकीय कार्य में बाधा का दर्ज किया गया। जबकि, कांग्रेस नेताओं कार्यकर्ताओं ने कांग्रेसियों पर झूठे मुक़दमे दर्ज किए जाने को लेकर पुलिस कमिश्नर का घेराव किया था।
हीरानगर थाने में पहला मामला अर्पित पिता सुनील शिंदे निवासी नंदा नगर की शिकायत पर हर्षित कुशवाहा, नमन कुशवाहा ,प्रियांशु वर्मा, लालू भदौरिया, उज्जवल तंवर, सौरभ तोमर, विकास पांडे और सुमित सिंह के खिलाफ दर्ज किया गया है। अर्पित ने पुलिस को बताया कि वह और उसका दोस्त सूरज परसों शाम अपने चाचा चंदू शिंदे के साथ हीरानगर थाने पर पहुंचे थे। भीड़ भाड़ होने की वजह से वह थाने के पीछे वाली गली एम सेक्टर में चले गए। जहां पर आरोपियों ने उन्हें घेर लिया और डंडों से पीटा। इस मारपीट में अर्पित का हाथ लहूलुहान हो गया था।
चंदू शिंदे ने भाजपा से पार्षद का चुनाव लड़ा था। मतदान वाले दिन चंदू शिंदे को रहवासी महिलाओं ने चप्पल से मारने की कोशिश की थी। बाद में चंदू शिंदे ने कांग्रेस के प्रत्याशी राजू भदोरिया के खिलाफ जानलेवा हमले का केस दर्ज करवाया था। वही चंदू शिंदे के बेटे ने भी भदौरिया समर्थकों के खिलाफ मारपीट की कायमी करवाई थी।
दूसरा प्रकरण हीरानगर थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक शिवाकांत तिवारी की शिकायत पर आरोपी पवन पटेल निवासी खातीपुरा और कुलदीप मालवीय के खिलाफ दर्ज किया गया है। दरअसल मतदान के एक रात पहले कांग्रेस और भाजपाइयों के बीच जमकर विवाद हुए थे। इस विवाद के मामले में कांग्रेसियों ने भाजपा कार्यकर्ता के कार्यालय पर जाकर मारपीट की। दोनों ही पक्ष थाने पहुंचे थे। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज मिले जिसके आधार पर कांग्रेसियों के खिलाफ केस दर्ज किया था । उसी दौरान थाने के बाहर के कक्ष के कांच टूटे थे। अब पुलिस ने कांच फोड़ने वाले पवन पटेल और कुलदीप मालवीय के खिलाफ केस दर्ज किया है।
पुलिस का कहना है कि भाजपा के जीतू चौधरी और महेंद्र को चोट लगी थी। झगड़े की आशंका के चलते उन्हें थाना भवन में बने उर्जा डेस्क वाले कमरे में बिठाया था। यहां पर कांग्रेस के कार्यकर्ता आरोपी पवन पटेल और कुलदीप मालवीय जीतू चौधरी और महेंद्र को धमकाने और मारपीट करने के लिए घुसने लगे तब उन्होंने हाथों से खिड़की पर मारा था। जिससे कहां छूटे थे। पुलिस ने शासकीय कार्य में बाधा और थाने में तोड़फोड़ की धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है।