Bus Fell in Narmada River : कमिश्नर ने बस में 12 यात्री होने की पुष्टि की, 13 शव मिले!

बस में कंडेक्टर समेत 14 लोग होंगे, एक शव  गफलत    

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 Khalghat : कमिश्नर डॉ पवन कुमार शर्मा ने इंदौर ने घटना स्थल पर जानकारी दी कि इंदौर से निकली इस बस में 12 यात्री, एक ड्राइवर और एक कंडक्टर सवार होकर निकले थे। अभी तक 13 शव निकले हैं! 14वां शव नहीं मिला। यह भी आशंका है कि कोई सवारी बस में से उतरी हो! फिर भी तलाशी अभियान बंद नहीं किया गया! पहले अनुमान लगाया गया था कि बस में ज्यादा यात्री होंगे, पर सरवटे बस स्टैंड से मिली जानकारी के मुताबिक, 12 यात्रियों के होने की पुष्टि हो गई।
कमिश्नर ने बताया कि धामनोद अस्पताल में सभी शव रखे गए हैं। उनकी पहचान की कोशिश की जा रही है। संभव है कि किसी की जेब से कोई पहचान पत्र मिल जाए। महाराष्ट्र रोडवेज की यह बस इंदौर से मुंबई जा रही थी। इस पुल का आधा हिस्सा धार तो दूसरा हिस्सा खरगोन जिले में आता है।
जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र डिपो की बस (MH-40 N 9848) नर्मदा नदी के पुल को क्रॉस कर रही थी, उसी समय असंतुलित होकर खलघाट पुल से नदी में गिर गई। जानकारी मिलते ही राहत दल पहुंच गया और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया। राहत दल के सदस्य नाव और बोट लेकर नदी किनारे पहुंचे और बचाव का काम शुरू किया। लेकिन, किसी यात्री को बचाया नहीं जा सका।

बस रैलिंग तोड़ते हुए गिरी
घटना सुबह 8 बजे के आसपास की बताई गई है। बचाव दल ने दो यात्रियों को बाहर निकाला गया। जिन्हें धामनोद+ अस्पताल भेजा गया, लेकिन उनकी मृत्यु हो चुकी थी। नदी को भी क्रेन की मदद से बाहर निकाल लिया गया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक महाराष्ट्र की इंदौर से जा रही थी तभी चालक नियंत्रण खो बैठा और गाड़ी पुल की रेलिंग तोड़ते हुए सीधे नर्मदा नदी में जा गिरी। सूचना मिलने पर भीड़ लगने लगी, जिससे ट्रैफिक रोकना पड़ा। हादसे की सूचना जैसे ही लोगों को लगी, पुल पर भीड़ लग गई। जब यह घटना हुई, तेज हो रही थी।

चार थानों की पुलिस टीम लगी
कमिश्नर के निर्देश के बाद धार और खरगोन के कलेक्टर, एसपी समेत सभी बड़े अधिकारी तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे।  मंडलेश्वर एसडीएमओ भी पहुंच गए। बचाव दल में धामनोद, धरमपुरी, कसरावद और बलकवाड़ा थानों की पुलिस लगी रही। पुल पर क्रेन खड़ी करके गोताखोरों की मदद से रस्सी और चेन नदी में डालकर बस को बांधकर ऊपर लाया गया।

बस दुर्घटना में मृतकों के परिवारजनों को मध्यप्रदेश शासन द्वारा 4-4 लाख रुपए की राहत राशि प्रदान की जाएगी ।