Indore : सोमवार सुबह नर्मदा के खलघाट पुल से नीचे गिरी बस में आखिर कितने यात्री थे, इस बात का खुलासा नहीं हो सका। जबकि, दुर्घटना को 24 घंटे से ज्यादा समय हो गया। अभी तक घटनास्थल से 12 शव निकाले गए हैं और सभी की शिनाख्त भी हो गई। बस में 15 से 22 यात्री होने तक जानकारी सामने आ रही है। लेकिन, दुर्घटनाग्रस्त बस जब गिरी तो उसके गेट लॉक थे और खिड़कियों में रेलिंग लगी थी। इसलिए कहा जा रहा है कि कोई शव नदी बहा होगा!
सरवटे बस स्टैंड के प्रभारी के मुताबिक बस स्टैंड से 12 और राजीव गांधी सर्किल से 3 यात्री बस बैठे थे। इन 15 यात्रियों के अलावा ड्राइवर और कंडक्टर जोड़े तो बस में 17 लोग इंदौर नगर निगम सीमा से सवार होकर रवाना हुए थे। ऐसे में वे 5 यात्री कौन हैं, जिनके शव अभी तक नहीं मिले। लेकिन, इन यात्रियों के न तो परिजन खलघाट पहुंचे हैं और न सरवटे बस स्टैंड। महाराष्ट्र की बसों में मशीन से टिकट देने का जो सिस्टम है उसमें तो 9 ही यात्रियों के टिकट काटने का जिक्र है, जबकि 12 शव मिले हैं।
महाराष्ट्र की बसों में कंडक्टर को ETIM (इलेक्ट्रॉनिक टिकट इश्यू मशीन) दी गई है। जो GPS सिस्टम से संचालित होती है। कंडक्टर जब भी बस में कोई टिकट काटता है तो वहां की लोकेशन, समय, टिकट किराया सहित सभी जानकारी महाराष्ट्र के संबंधित शहर के परिवहन विभाग के कम्प्यूटर में तुरंत आ जाती है।
महाराष्ट्र के जलगांव डिवीजन के परिवहन अधिकारी संजय देशपांडे के मुताबिक इंदौर-अमलनेर बस 44 सीटर है। इस बस की टिकट मशीन के रिकॉर्ड के अनुसार सुबह 9.20 बजे सबसे आखिरी में महू में एक यात्री का टिकट काटा गया। तब इंदौर से महू तक कुल यात्रियों की संख्या 9 थी। फिर कुछ देर बाद हादसे की सूचना आई। इस बीच में कंडक्टर ने कितने यात्री बैठाए, उनकी टिकट काटी या नहीं, कई बार नेटवर्क नहीं मिलने से जीपीएस भी काम नहीं करता है।
मशीन के रिकॉर्ड के अनुसार 9 यात्री बैठे थे। इधर, जो 12 शव मिले हैं उनमें महू का कोई भी यात्री नहीं है। वैसे यह भी संभव है कोई व्यक्ति जो इंदौर के सरवटे बस स्टैंड से सवार हुआ और टिकट महू में दिया हो। कई बार कंडक्टर यात्री के सवार होने के आधे-पौन घंटे बाद टिकट काटते हैं। ऐसे में संभव है कि इस दौरान कुछ यात्रियों के टिकट मशीन से नहीं काटे गए और फिर हादसा हो गया।
22 यात्रियों का भी दावा
सरवटे बस स्टैंड के बाहर जो सीसीटीवी कैमरे लगे हैं उसकी रिकॉर्डिंग में कई बसें दिखाई दे रही है। ऐसे में स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि इंदौर-अमलनेर बस में कितनी यात्री सवार थे। एक प्राइवेट बस सर्विस के कर्मचारी के मुताबिक, उसने इंदौर-अमलनेर बस रवाना होने पहले महाराष्ट्र की एक बस रवाना की थी। इस दौरान इंदौर-अमलनेर बस में 20-22 यात्री सवार थे। तब ड्राइवर चंद्रकांत पाटिल सीट पर था, जबकि कंडक्टर प्रकाश चौधरी था।