Indore : बड़गोंदा थाना क्षेत्र के ग्राम मांगलिया (बेका) स्थित जंगल में तीन दिन पूर्व पुलिस ने घने जंगल से अज्ञात अधजला शव बरामद किया था। पुलिस ने बताया कि यह हत्या एक महिला को बार-बार फोन करने से हुए विवाद के कारण हुई! पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को पकड़ा है।
पुलिस ने जंगल में अधजला शव मिलने के बाद मामला दर्ज कर वारदात के खुलासे के लिए अलग-अलग टीमें गठित कर जांच पड़ताल शुरू की। मात्र 48 घंटे में ही पुलिस ने न सिर्फ इस अंधे कत्ल का खुलासा किया, बल्कि आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि अवैध संबंधों की शंका में यह हत्या की गई थी। डंडा लगने से मृतक बेहोश ही था और उसे कंडों से चिता बनाकर जला दिया गया था। इस मामले में पुलिस ने पति-पत्नी के साथ ही उनके भतीजे सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मृतक बार-बार महिला को फोन करके परेशान करता था और ये बात पति को भी पता चल गई थी! इसके चलते उसकी हत्या कर दी गई।
मामले का खुलासा करते हुए ग्रामीण एसपी भगवंतसिंह बिरदे ने बताया कि बड़गोंदा थाना क्षेत्र के आदिवासी बहुल मांगलिया गांव बेका के जंगल में बुधवार को चरवाहों ने एक शव को जलते हुए देखा था। पुलिस ने अधजले शव के अवशेष जब्त कर पीएम के लिए भेजे। फारेंसिस लैब जांच एमजीएम मेडिकल कॉलेज इंदौर को भेजी। पुलिस ने घटना स्थल में जंगल के आसपास सर्चिंग की। इस दौरान थोड़ी दूर पर मोटर सायकल की डुब्लिकेट चाबी मिली। अज्ञात व्यक्ति के जले हुए शव पर चोट के निशान भी थे। सिर पर किसी वस्तु से चोट लगी प्रतीत हो रही थी।
मृतक की पहचान कुछ दिनों पहले किशनगंज थाना क्षेत्र के कटकट खेड़ी गांव से लापता हुए हंसराज पिता हुकमसिंह चौहान (32 साल) कटकटखेड़ी के रूप में हुई है। पुलिस ने इस मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि यह हत्या महिला को फोन कर बार-बार परेशान करने और अवैध संबंधों के कारण की गई।
मृतक से कहासुनी हुई
घटना के बारे में जानकारी देते हुए ग्रामीण एसपी भगवत सिंह बिरदे ने बताया कि हंसराज चौहान मलेंडी का रहने वाला था। वह कन्हैयालाल की पत्नी को बार बार फोन करके परेशान कर रहा था। इस बारे में कन्हैयालाल और हंसराज के बीच कहासुनी भी हुई थी। इसके बाद कन्हैया लाल ने हंसराज की हत्या करने की ठान ली और उसने इस काम में अपने साथी अजय सोलंकी और देवकरण वर्मा की भी मदद ली। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपियों ने पर्यटक स्थल जाम गेट से उसकी बाइक को खाई में फेंक दिया ताकि पुलिस को जानकारी नहीं मिल सके। शुक्रवार को पुलिस ने जाम गेट की खाई से बाइक भी बरामद कर ली।
बेहोशी में ही जला दिया
हत्यारों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि हंसराज को मारने के लिए योजना के अनुसार उसे मलेंडी से कुशलगढ़ जाते समय पीछा करके पिपल्या के जंगल में मोटरसाइकिल पर पीछे से डंडे से वार किया जिससे वह बाइक से गिरकर बेहोश हो गया। बाद में उसे मांगलिया के जंगल स्थित नाले पर कंडो की चिता बनाकर जला दिया गया। पुलिस ने हत्या सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज कर कन्हैया पिता रामचंद्र चौधरी, इसकी पत्नी कमला बाई (35 साल), अजय उर्फ अज्जू पिता देवी सिंह सोलंकी और राकेश पिता देवकरण को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया जहां से आरोपियों को पुलिस रिमांड पर भेजा गया।
मृतक के परिजनों का प्रदर्शन
युवक के परिजन उस पर लगाए गए आरोपों से इनकार कर रहे हैं। उनके मुताबिक मृतक हंसराज ऐसे किसी भी मामले में शामिल नहीं था और पुलिस द्वारा दिया गया बयान गलत है। शनिवार सुबह परिजनों ने डोंगरगांव चौकी पर प्रदर्शन किया और सड़क पर चक्का जाम करने का प्रयास किया पुलिस ने बमुश्किल मामले को काबू में किया।