Bhopal : सरकार ने कहा कि भोपाल और इंदौर की ‘नेशनल हेराल्ड’ की प्रॉपर्टी की जांच होगी। इसके लिए जांच समिति के गठन के आदेश भी दे दिए।
नेशनल हेराल्ड को प्रेस कमप्लेक्स, भोपाल में आवंटित भूखंड में शर्तों का उल्लंघन कर व्यावसायिक निर्माण के प्रकरण में आज मैने जांच समिति के गठन के आदेश दे दिए हैं।
आवंटित भूखंड के प्रयोजन का उल्लंघन किनके द्वारा किया गया, भूखंडों का विक्रय किनके
1/2 #NationalHeraldScam— Bhuppendra Siingh (@bhupendrasingho) August 4, 2022
नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि जांच कराई जाएगी, जांच रिपोर्ट आने के बाद यदि इसका कमर्शियल उपयोग पाया गया तो इसे सील करने की कार्रवाई होगी। हमारे देश के स्वतंत्रता सेनानियों के नाम पर जगह ली, वो संपत्ति कांग्रेस के लोगों ने अपने नाम पर करवा ली।
मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा जिन लोगों ने भी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के नाम पर जगह ली, उसके बाद संपत्ति अपने नाम पर करा ली, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वर्तमान में भोपाल के ‘नेशनल हेराल्ड’ के दफ्तर में विशाल मेगा मार्ट समेत कई कमर्शियल दफ्तर संचालित हैं।
उन्होंने कहा कि ‘नेशनल हेराल्ड’ को भोपाल में अलॉट हुई जमीन का लैंड यूज चेंज करने वाले तत्कालीन अधिकारियों की भी जांच होगी। जिन लोगों ने भी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के नाम पर जगह लेकर उस संपत्ति को अपने नाम करवाया, उनको भी जांच के घेरे में लिया जाएगा।
कांग्रेस नेता ने बेची जमीन
एमपी नगर में ‘नेशनल हेराल्ड’ के नाम से भूखंड आवंटित था। एक कांग्रेस नेता ने ही इस भूखंड को फर्जी तरीके से बिल्डर को बेच दिया। बिल्डर ने इस पर बिल्डिंग बनाई। उसे विभिन्न लोगों को वाणिज्यिक और रिटेल प्रयोग के लिए बेच दिया। वर्तमान स्थिति में बिल्डिंग समेत जमीन की कीमत करीब 150 करोड़ रुपए से ज्यादा है।
इंदौर में 22 हजार स्क्वेयर फीट भूमि
इंदौर में आगरा-मुंबई हाईवे पर भी ‘नेशनल हेराल्ड’ की 22 हजार स्क्वेयर फीट भूमि है। इसकी अनुमानित कीमत करीब 25 करोड़ रुपए से ज्यादा है। इसी क्षेत्र में कई समाचार पत्रों के ऑफिस भी हैं।