(उज्जैन से सुदर्शन सोनी और अजेंद्र त्रिवेदी की रिपोर्ट)
उज्जैन । आज शनिवार को उज्जैन नगर निगम का प्रथम सम्मेलन आहूत किया गया । कलेक्टर द्वारा कांग्रेस के नव निर्वाचित पार्षदों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई । गौरतलब है कि भाजपा के महापौर व पार्षदों का शपथ ग्रहण समारोह 5 अगस्त को कालिदास अकादमी के संकुल हाल में आयोजित किया गया था जिसमें कांग्रेस पार्षद विरोध स्वरूप नही पहुंचे थे ।
भाजपा ने मीडियावाला की खबर पर मोहर लगाते हुए सभापति प्रत्याशी के रूप में रिकार्ड 6 बार से लगातार पार्षद एवं उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव की बड़ी बहन श्रीमती कलावती यादव को अपना प्रत्याशी घोषित किया । वही कांग्रेस ने तीन बार पार्षद रह चुके राजेंद्र (गब्बर) कुंवाल का नाम सभापति प्रत्याशी के रूप में आगे बढ़ाया था । नगर निगम के सदन में आज सभापति के चुनाव में पार्षदों ने अपने मताधिकार का उपयोग करते हुए सभापति का चुनाव किया । उल्लेखनीय है कि निगम के 54 वार्डों से भाजपा के 37 पार्षद चुनाव जीतकर आये है, वही कांग्रेस पार्टी से 17 पार्षद चुनाव जीतकर सदन में पहुंचे हैं ।
कलेक्टर आशीष सिंह ने ठीक दोपहर 1:30 बजे मतदान की प्रक्रिया शुरू करवाई । तत्पश्चात हुई मतगणना में 55 वोटों (54 पार्षद व एक महापौर) मेसे श्रीमती कलावति यादव को 39 वोट मिले जबकि राजेन्द्र कुँवाल को 16 वोट पर ही संतोष करना पड़ा । अपील समिति सदस्य के रूप में 4 पार्षदों गजेंद्र हिरवे, पूनम जैसवाल, पंकज चौधरी एवं नीलम कालरा को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया । खबर लगते ही निगम परिसर के बाहर ढ़ोल धमाकों के साथ जश्न का माहौल बन गया।
बड़ी बात यह है कि कांग्रेस के एक पार्षद ने भाजपा के पक्ष में वोट किया।