मंदसौर से डॉ. घनश्याम बटवाल की रिपोर्ट
मंदसौर। श्रावण मास के अंतिम सोमवार को प्रसिद्ध अष्टमुखी पशुपतिनाथ की शाही सवारी नगर में धूमधाम से निकली। स्वयं मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने पशुपतिनाथ शोभायात्रा की अगवानी की। इसके पहले मुख्यमंत्री ने मंदिर के गर्भगृह में पूजन अर्चन किया।
मंदिर परिसर में पशुपतिनाथ की प्रतीकात्मक रजत प्रतिमा का विधिपूर्वक पूजन हुआ। विशेष रूप से निर्मित रथ में स्थापित कर श्रृंगार किया।
वैदिक मंत्रोच्चार के साथ मुख्यमंत्री श्री चौहान, वित्तमंत्री जगदीश देवड़ा, ऊर्जा मंत्री हरदीपसिंह डंग, प्रभारी मंत्री राज्यवर्धनसिंह दत्तिगांव, सांसद सुधीर गुप्ता, विधायक यशपालसिंह सिसोदिया, किसान मोर्चा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बंशीलाल गुर्जर, पूर्व गृहमंत्री कैलाश चावला, रवि बुन्देला, मदनलाल राठौर, जिला पंचायत अध्यक्ष दुर्गाविजय पाटीदार, जनपद अध्यक्ष बसंत शर्मा, सौमिल नाहटा, मनजीतसिंह मनी, कमलेश सोनी, सुरेंद्र कुमावत आदि ने शाही सवारी रथ को खींचकर आगे बढ़ाया।
मुख्य पुजारी पंडित कैलाश भट्ट, पंडित राकेश भट्ट, पंडित पुरुषोत्तम जोशी, पंडित सुरेंद्र आचार्य द्वारा पूजा कराई। स्वामी महेशचैतन्य महाराज, कथा प्रवक्ता पंडित दशरथ भाईजी व सन्तमण्डल ने मार्गदर्शन प्रदान किया।
पशुपतिनाथ आरती मण्डल प्रमुख दिलीप शर्मा, सुरेंद्रसिंह चौहान, उमेश परमार, ज्योतिप्रकाश जाजपुरिया, रविंद्र पांडेय, डॉ भानुप्रताप सिसोदिया, पंडित अरुण शर्मा अनिता दीदी, प्रवीण शर्मा, चेतन जोशी, पंकज शर्मा, अनिल कियावत, सुनील जैन आदि भक्तमंडली ने मुख्यमंत्री एवं अतिथियों का स्वागत किया।
निर्धारित समय से डेढ़ घण्टे देरी से मंदसौर पहुंचे मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मनःपूर्वक पशुपतिनाथ महादेव की आराधना की उसके बाद रथयात्रा की शाही सवारी में शामिल हुए कुछ दूरी तक साथ चले।
आरम्भ में पशुपतिनाथ को पुलिस टुकड़ी द्वारा सलामी दी गई।
उत्साह और उमंग के बीच निकली शाही सवारी में हर वर्ग के पुरूष महिला और युवा हजारों की संख्या में शामिल हुए। नगर ही नहीं आसपास के हजारों ग्रामीण भी शाही सवारी रथयात्रा का हिस्सा बने।
स्थान-स्थान पर पशुपतिनाथ की रजत प्रतिमा का सत्कार हुआ, आरती की गई, पुष्पों की वर्षा हुई। झांकियों के साथ अखाड़ों के करतब, नृत्य टोलियां, कलश लिए महिलाओं के समूह चल रहे थे।
नगर के प्रमुख मार्गों से शाही सवारी की रथयात्रा निकली, बाजारों, मोहल्लों में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी।
कोरोना संक्रमण बाद इस वर्ष श्रावण मास में पशुपतिनाथ की शाही सवारी निकलने से अपूर्व उत्साह देखा गया। जिला प्रशासन द्वारा आधे दिवस का अवकाश भी घोषित किया गया।
कमिश्नर संदीप यादव, आईजी संतोष कुमार सिंह, कलेक्टर गौतमसिंह, पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया सहित वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा शाही सवारी मार्गों की निगरानी की गई।
कलेक्टर एवं पशुपतिनाथ मंदिर प्रबंध समिति अध्यक्ष गौतमसिंह ने पूजन किया, स्वागत किया और मुख्यमंत्री जी को रथयात्रा की जानकारी दी।
26 वर्ष से शाही सवारी पशुपतिनाथ की निकल रही है। पशुपतिनाथ मंदिर पर आकर्षक साज सज्जा के साथ रंगबिरंगी लाइटें लगी।
भगवे और तिरंगे झंडों से शहर को सजाया, चौराहों को तिरंगा रूप दिया गया। पताकाएं सजाई गई।
शाही सवारी में शामिल लोगों के लिए अल्पाहार, चाय, जलपान, फलाहारी खिचड़ी आदि की व्यवस्था स्वयं सेवी संगठनों द्वारा की गई।
चार घंटों से चल रही रथयात्रा अभी जारी है, देरी से शुरू होने के कारण सूर्यास्त तक चलेगी। कई स्थानों पर रोककर पशुपतिनाथ की पूजन आरती की जा रही है। महिलाओं में विशेष श्रद्धा भाव देखा गया।
शिव बारात का स्वांग रचे कलाकारों द्वारा प्रदर्शन किये गए। ढोल नगाड़ों के बीच नृत्यों की प्रस्तुति दी। प्रशासन और पुलिस की अतिरिक्त व्यवस्था लगाई गई। नेहरू बस स्टैंड से यात्री बसें शिफ्ट की गई।
मुख्यमंत्री श्री चौहान पशुपतिनाथ की शाही सवारी के लिए विशेष रूप से मंदसौर आये। लगभग सवा घंटे रहे वापस हेलीकॉप्टर से भोपाल प्रस्थान कर गए।
मंदसौर हवाई पट्टी पर मंत्रियों के साथ सांसद विधायक एवं भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया।