Ratlam News: लंपी वायरस: पशुपालकों की व्यथा, रुपए लेकर उपचार करने का आरोप

मामला पहुंचा CM हेल्पलाइन पर

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रतलाम से रमेश सोनी की रिपोर्ट

रतलाम: जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में अत्यंत तीव्र गति से पशुओं में फैल रहे लंपी वायरस के दुष्परिणामों और प्रकोप से प्रशासन सख्त होकर ग्रस्त पशुओं पर नजर लगाए बैठे हैं और उनके उपचार को लेकर डॉक्टरों की टीम जुटी हुई है।कलेक्टर नरेन्द्र सूर्यवंशी जिले के स्वयं निरीक्षण कर सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित कर चुके हैं।

बीमारी से निजात पाने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में हवन और अन्य उपाय किए जा रहे हैं। ऐसे में दूसरी तरफ देखें तो ऐसे मुश्किल समय में कई डॉक्टरों की चांदी कट रही है वह निशुल्क उपचार नहीं करते हुए पीड़ित पशु पालकों से अच्छी राशि वसूल रहे हैं। जिनकी शिकायत भी दर्ज कराई जा चुकी है। शिकायत करने वालों का आरोप है कि 1962 पर कॉल करने पर भी पीड़ित पशुपालकों की समस्या हल नहीं हो रही है।

रतलाम जिले के नामली के ग्राम सेमलिया में एक डॉक्टर पर पशुओं के उपचार की आड़ में रुपए लेकर उपचार करने के आरोप लगे हैं। आपको बता दें कि माया के मोहजाल में फंसे इन डॉक्टर से रुपए लेकर उपचार करने से परेशान होकर तीन गोपालकों ने CM Help line पर भी शिकायत दर्ज कराई है। इस विषय में डॉ डी के जैन से संपर्क किया तो उन्होंने उपचार के नाम पर रुपए लेने को अनुचित ठहराया।

आपको बता दें कि नामली के ग्राम सेमलिया में लंपी वायरस से संक्रमित गाय की मौत हो गई थी, जिसके चलते कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी लंपी वायरस से ग्रसित पशुओं का निरीक्षण करने स्वयं टीम के साथ दौरा कर चुके हैं। उनकी सख्त कार्यप्रणाली से कई अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। इधर एक जिम्मेदार डॉक्टर आर सी मैडा पर तीन लोगों ने
मनमर्जी करने और उपचार के लिए बुलाने पर भी गांव में नहीं पहुंच कर उपचार करने के आरोप लगाये हैं। इतना ही नहीं इन पीड़ित 3 लोगों ने CM हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराई है।

इनमें से एक शिकायत कर्ता ने अपना नाम नहीं बताने की शर्त पर बताया कि उस पर शिकायत वापस लेने को लेकर दबाव बनाया जा रहा है।

यह हैं दो पीड़ित

बाकी दो पीड़ितों के नाम और उनकी सीएम हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत के नाम और नम्बर यह हैं, जिनसे मीडियावाला के प्रतिनिधि ने बात की है।

01-मोहन सिंह राठौर शिकायत क्रमांक 18624061

02-नाथूलाल राव शिकायत क्रमांक 18623396

03- नाम नहीं लिखने का कहा गया है।

इन लोगों का डॉक्टर आरसी मैडा पर आरोप है कि प्रशासन को अंधेरे में रख स्वयं ही 22 दिन से गायों में फैली लंपी वायरस बीमारी का उपचार करने के नाम पर लोगों से रुपए ऐंठ रहे हैं।

क्या कहते हैं डॉ डी के जैन

इस विषय में जब पशु प्रजनन अधिकारी डॉ डी के जैन से बात की तो उन्होंने बताया कि उपचार के लिए केवल शासन द्वारा निर्धारित शुल्क दो रुपए से अधिकतम पचास रुपए है जो कि पशुओं के पंजीयन व अन्य सरकारी दस्तावेजों के लिए निर्धारित किया गया है, इससे अधिक राशि लेना गैर कानूनी है, अधिक राशि मांगने पर उसका विरोध कर उच्चाधिकारी को शिकायत करने की बात कही।

क्या कहते हैं आरोप लगे डॉक्टर

मुझ पर लगे हुए आरोप निराधार हैं मैंने कभी भी किसी पीड़ित पशुपालकों से रुपयों की मांग नहीं की है। समय पर मैं पशुओं के उपचार में तत्पर रहते हुए अपने दायित्व पूरा करता हूं। डॉ ने सीएम हेल्पलाइन शिकायत के मामले में अनभिज्ञता जाहिर की।

डॉ आर सी मेड़ा
पशु प्रजनन अधिकारी

क्या है 1962 सुविधा

मध्यप्रदेश के कुछ जिलों में अब टोल फ्री नंबर पर कॉल करने पर पशु चिकित्सक घर पहुंच सेवा देंगे। ये डॉक्टर पशुओं को टीकाकरण या फिर बीमार होने पर उनका चेकअप करेंगे और दवाईयां या इंजेक्शन की जरूरत पड़ती है तो वे भी घर पहुंचकर ही करेंगे।