छतरपुर से राजेश चौरसिया की रिपोर्ट
छतरपुर: जिले में शमशानघाट को जाने वाले मार्ग पर कब्जा करने का मामला सामने है। जिससे जिंदा तो ठीक मुर्दा लोगों को भी निकलने में परेशानी हो रही है।
●यह है पूरा मामला..
जानकारी के मुताबिक मामला बकस्वाहा थाना अंतर्गत आने वाली बम्होरी चौकी के घोघरी गांव का है जहां सात अगस्त की रात आठ बजे सुकलाल पिता प्यारेलाल लोधी का निधान हो गया था। बारह घंटे के शव का दाह संस्कार सुबह आठ बजे होना था लेकिन जब परिजन शव लेकर शमशान घाट के लिए निकले तो शमशान घाट का रास्ता बंद मिला मृतक के परिजनों ने रास्ता बंद करने वाले लोगों से शव को ले जाने के लिए रास्ता देने की गुहार लगाई लेकिन किसी ने परिजनों की एक न सुनी।
●शवअर्थी को जमीन पर रख बुलवाया प्रशासन..
हैरान-परेशान होकर परिजनों ने शव को जमीन पर रख बक्स्वाहा तहसीलदार से गुहार लगाई बकस्वाहा तहसीलदार सूचना प्राप्त होते ही अपने पूरे अमले को लेकर मौके पर पहुंचे।
जहां मौके पर पहुंचे तहसीलदार ने पाया कि शमशान घाट के रास्ते पर मुन्ना उर्फ बलराम पिता लक्ष्मण लोधी व परमा पिता दौलत चमार और काशीबाई पत्नी बाबू चमार द्वारा अतिक्रमण कर रास्ते को बंद कर दिया गया था।
●तहसीलदार ने शव निकलवाया..
मामले को गंभीरता से लेते हुऐ तुरंत शमशान घाट के रास्ते को अतिक्रमण मुक्त करा कर शव को निकलवाया। और आने वाले समय मे रास्ते पर अतिक्रमण करने वालो के विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्यवाही करने की कड़ी चेतावनी भी दी।
●पहले भी हो चुका है ऐसा..
आपको बता दें कि पहले भी इस शमशान घाट के रास्ते को अतिक्रमण मुक्त कराया जा चुका है। लेकिन कुछ समय बीतने के बाद दबंगों द्वारा शमशान घाट के रास्ते को बंद कर दिया जाता है।
●इनका कहना है..
तहसीलदार झामसिंग इरकिरा का कहना है कि सुबह 9:30 बजे मुझे सूचना मिली थी की घोघरी गांव में कुछ लोग शमशान घाट के रास्ते पर अतिक्रमण किए हुए है जिससे शव को शमशान घाट ले जाने में दिक्कत हो रही है और शव रास्ते में रखा हुआ है। तो मैनें मौके पर पहुंचकर तुरंत शमशान घाट के रास्ते को अतिक्रमण मुक्त कराया वही आगे से रास्ते को खुला रखने की हिदायत दी।