Lokayukt : लोकायुक्त जांच में ‘रीजनल पार्क’ प्रभारी के पास आय से ज्यादा संपत्ति!

बीमारी की स्थिति होने से लोकायुक्त ने छापा नहीं मारा

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Hema Mina Lokayukt Case

Indore : लोकायुक्त ने इंदौर नगर निगम के सहायक यंत्री और रीजनल पार्क के प्रभारी देवानंद पाटिल के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज किया है। आमतौर में ऐसी कार्रवाई में लोकायुक्त छापामार कार्रवाई करता है। लेकिन, पाटिल का स्वास्थ्य खराब होने से ऐसा नहीं किया गया है। पाटिल के हार्ट में दिक्कत है और वह केवल 40 प्रतिशत काम कर रहा है। मेडिकल जांच में इसकी पुष्टि होने पर उसके यहां छापा नहीं मारा गया और सीधे केस दर्ज कर लिया गया।

लोकायुक्त एसपी सब्यसाची सराफ के अनुसार निगम के सहायक यंत्री के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की जांच की गई। इसमें यह तथ्य सामने आया कि उसके पास बड़ी संख्या में चल-अचल संपत्ति है। उसके बारे में पता किया तो यह जानकारी मिली कि वह तीन माह से अवकाश पर है। उसका मेडिकल रिकार्ड निकाला गया तो पता चला कि वह बीमार है और उसका हार्ट कम काम कर रहा है। छापे के दौरान उसे कुछ न हो जाए, इसलिए उसके घर पर छापा नहीं मारा गया। भोपाल से इसकी अनुमति भी ली गई।

प्रारंभिक जांच में यह मिला

प्रारंभिक जांच में पाटिल का धार कोठी में 2400 वर्ग फीट का मकान, स्वर्णा रेसीडेंसी में दो फ्लैट, माडी कृपा कालोनी में प्लाट, शुभ रेसीडेंसी में प्लाट, स्कीम 140 में प्लाट मिला है। अधिकारियों ने बताया कि उनको अभी तक के वेतन से आय करीब एक करोड़ रुपए हुई है। लेकिन, उसकी संपत्ति इससे कहीं अधिक है।

रुपए, जेवर की जानकारी नहीं

लोकायुक्त ने बताया कि जांच में उसकी संपत्ति की जानकारी तो मिल गई है। लेकिन उसके घर पर छापा नहीं होने से रुपये और जेवर की जानकारी नहीं मिली है। इसके अलावा बैंक में जमा और पॉलिसी की जानकारी भी नहीं मिली है। बैंक लाकर की जानकारी भी नहीं मिली है। अब उसे पत्र लिखकर यह जानकारी मांगी जाएगी।