उज्जैन से अजेंद्र त्रिवेदी की रिपोर्ट
Ujjain: श्रावणी पूर्णिमा के दिन अखिल भारतीय सहस्त्र औदीच्य महासभा उज्जैन एवम् श्रावणी उपाकर्म समिति द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित किये जाने वाला श्रावणी उपाकर्म इस वर्ष भी श्री सहस्त्र औदीच्य कोटिलिंगेश्वर महादेव धर्मशाला अब्दालपुरा में पंडित राकेश शुक्ल और पंडित चंदन व्यास के आचार्यत्व में विधि विधान से पूजन अर्चन कर सम्पन्न हुआ।
आयोजन में गोविंद दवे, उपेन्द्र पंण्ड्या, अजय आचार्य, गोपाल दवे, शैलेश दुबे, आयुष आचार्य, संजीव आचार्य, गजानन पाठक, मनोज आचार्य, मयंक दवे, नितिन आचार्य, वासुदेव रावल, दिपक आचार्य, अनुभव मेहता, अक्षत आचार्य आदि बंधु उपस्थित थे।
इसी प्रकार तराना के श्री वैदिक गौलोक सनातन पीठ में बड़े हर्षोल्लास से आज श्रावणी (उपाकर्म) परम पूज्य पीठाधीश्वर अनन्त विभूषित स्वामी श्री सान्दीपेन्द्र राधेशरण जी महाराज के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ इस उपलक्ष्य पर गुरुकुल के बटुकों के सनातन प्रेमियों ने भी पुण्य लाभ अर्जित किया। दस विधि स्नान, प्रायश्चित कर्म और हवन के बाद सविधि सभी ने नूतन यज्ञोपवीत धारण करी एवं इसी पुण्य पर्व पर साधकों ने गुरुमंत्र दीक्षा भी ली।
स्वामी सान्दीपेन्द्र जी ने कहा कि सभी यज्ञोपवीत धारियों के लिए वर्ष का सबसे बड़ा और सबसे अनिवार्य त्योहार है श्रावणी कर्म।