Bhopal : मध्यप्रदेश के स्कूली शिक्षा विभाग ने गुरुवार को शिक्षक दिवस (5 सितम्बर) के आयोजन संबंधी एक सर्कुलर जारी किया। इसमें एक बड़ी गलती सामने आई। आयुक्त लोक शिक्षण अभय वर्मा द्वारा जारी किए गए परिपत्र में डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन को देश का प्रथम राष्ट्रपति बताया गया। जबकि, देश के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद थे।
जब सोशल मीडिया के जरिए यह खबर वायरल हुई, तो रात में संशोधित आदेश जारी कर यह गलती सुधारी गई।
आयुक्त द्वारा प्रदेश के सभी डीईओ, सभी डीपीसी, सभी सहायक आयुक्त, बीईओ जारी किए गए सर्कुलर में डॉ राधाकृष्णन को प्रथम राष्ट्रपति बताया गया था। इसमें शिक्षक दिवस संबंधी राजधानी में होने वाले मुख्य आयोजन का जिक्र भी किया गया था।
देश के दूसरे राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस के अवसर पर ही पूरे देश में शिक्षक दिवस मनाया जाता है। इसी के चलते 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाने को लेकर लोक शिक्षण संचालनालय की तरफ से यह आदेश जारी किया गया।
हालांकि, यह आदेश जारी होने के बाद स्कूल शिक्षा विभाग की बहुत किरकिरी हुई। जो विभाग छात्रों को बेहतर शिक्षा देकर अच्छे भविष्य का निर्माण के लिए है उसी विभाग को नहीं पता कि देश के पहले राष्ट्रपति कौन थे?
शिक्षक दिवस के अवसर पर राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह 5 सितंबर को भोपाल में आयोजित किया जाएगा जिसमें राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान के लिए चयनित शिक्षकों को राज्यस्तरीय भव्य समारोह में सम्मानित किया जाएगा।