भिण्ड से परानिधेश भारद्वाज की रिपोर्ट
भिण्ड. जिले के अटेर क्षेत्र में चंबल नदी का जलस्तर खतरे के निशान 119.80 मीटर को पार करते हुए 125.34 मीटर पर पहुंच गया है। ऐसे में अटेर क्षेत्र के कई गांव टापू बन गए हैं। जिन्हें अब सेना के हेलीकॉप्टर की मदद से खाद्य सामग्री भेजी जा रही है।
दरअसल राजस्थान में चंबल नदी पर स्थित कोटा बैराज डैम से लगातार छोड़े जा रहे पानी के चलते चंबल नदी में बाढ़ की स्थिति निर्मित हो गई है। हालात यह हैं कि भिंड जिले में चंबल नदी खतरे के निशान से लगभग साढ़े 5 मीटर ऊपर पहुंच गई है।
ऐसे में अटेर क्षेत्र में चंबल किनारे बसे कई गांवों का संपर्क मुख्य मार्ग से कट गया है और गांव टापू में तब्दील हो गए हैं। ऐसे गांवों में खाद्य सामग्री पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा सेना का सहारा लिया गया है।
सेना के हेलीकॉप्टर की मदद से खाद्य सामग्री टापू बन चुके गांव में पहुंचाई जा रही है ताकि लोगों को खाने पीने की समस्या ना हो।
वहीं ऐसे गांव जो डूब में आ सकते हैं उनसे लोगों को निकालने के लिए भी एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की टीमें तैयार रखी गईं हैं।