Migraine: इन घरेलू चीजों से पाएं माइग्रेन से इंस्टेंट छुटकारा.
माइग्रेन एक प्रकार का तेज सिरदर्द है। यह घबराहट, उल्टी, या प्रकाश और आवज के प्रति संवेदनशीलता जैसे लक्षणों के साथ हो सकता है। कई लोगों में यह दर्द सिर के एक तरफ ही महसूस होता है। माइग्रेन एक सामान्य अक्षम मस्तिष्क विकार है।विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि माइग्रेन का सिरदर्द अक्षम करने वाली स्थितियों में शीर्ष 10 में है.माइग्रेन समान्य सिर दर्द से काफी अलग होता है। इसमे जो दर्द होता है वो काफी तेज होता है, और कभी-कभी बर्दाशत से बाहर हो जाता है।
ये लक्षण आपके नर्वस सिस्टम से आता हैं और इसमें अक्सर आपकी दृष्टि शामिल होती है। वे आमतौर पर 5 से 20 मिनट की समय में धीरे-धीरे शुरू होते हैं, और एक घंटे से भी कम समय मे खत्म हो जाता है। केवल 20% माइग्रेन पीड़ित सिरदर्द शुरू होने से पहले औरा का अनुभव करते हैं। जैसे –
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काले बिंदु, लहरदार रेखाएं, प्रकाश की चमक या ऐसी चीजें देखें जो वहां नहीं हैं (हेल्लुसिनेसन)
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बिल्कुल नहीं देख पाना ।
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आपके शरीर के एक तरफ झुनझुनी या सुन्न हो जाना।
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साफ-साफ बोल नहीं पाना
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अपनी बाहों और पैरों में भारीपन महसूस होना
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आपके कान बजना ।
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गंध, स्वाद या स्पर्श में बदलाव महसूस होना।
माइग्रेन से प्रभावित व्यक्ति को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। बहुत ज्यादा सिरदर्द के अलावा माइग्रेन के रोगी रौशनी और ध्वनि के प्रति भी संवेदनशील हो जाते हैं। यह किसी भी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकता है, बता दें कि माइग्रेन वंशानुगत भी हो सकता है। हालांकि, घर पर माइग्रेन के दर्द को कम करने के कुछ आसान तरीके हैं कुछ ऐसी खाने कि चीजों के बारे में बताया है जो माइग्रेन के लक्षणों को नियंत्रित करने में मदद कर सकती हैं। आइये जानते हैं कौन सी हैं ये चीजें:-
भीगी हुई किशमिश
विशेषज्ञ के मुताबिक, हर्बल चाय पीने के बाद रात भर भीगी हुई 10-15 किशमिश का सेवन करें। उनका दावा है कि भीगी हुई किशमिश माइग्रेन के सिरदर्द को शांत करने के लिए बहुत अच्छा विकल्प है। लगातार 12 दिनों तक इसका सेवन करने से यह शरीर में कुल अतिरिक्त पित्त को कम करता है। यह वात को बढ़ाता है और माइग्रेन के लक्षणों जैसे एसिडिटी, जलन, एकतरफा सिरदर्द को कम करता है।
जीरा-इलायची चाय
माइग्रेन से पीड़ित लोग जीरा-इलायची चाय को ट्राई कर सकते हैं, विशेषज्ञ ने लिखा कि लंच या डिनर खाने के एक घंटे बाद इसका सेवन करना चाहिए।
- विधि:
आधा गिलास पानी में एक चम्मच जीरा और एक इलायची मिलाएं।
इसे 3 मिनट तक उबालें, छान लें और घूंट-घूंट लें।
गाय का घी
विशेषज्ञ ने लोगों को गाय के घी का सेवन करने की सलाह दी क्योंकि यह शरीर और दिमाग में अतिरिक्त पित्त को बैलेंस करने के लिए सबसे अच्छा काम करता है। सोते समय दूध के साथ आप घी का सेवन कर सकते हैं, भोजन के दौरान रोटी पर, चावल के साथ या सब्जियों को भूनने के लिए, आप घी की दो बूंद नाक में डाल सकते हैं। घी का उपयोग कुछ औषधीय जड़ी बूटियों जैसे ब्राह्मी, शंखपुष्पी, यस्तिमधु आदि के साथ भी किया जा सकता है। इसके साथ ही माइग्रेन से छुटकारा पाने के लिए एक्सरसाइज करना बहुत ही ज्यादा जरुरी है।
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