भोपाल: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बालाघाट जिले में बिजली की निर्बाध सप्लाई नहीं होने, पीडब्ल्यूडी के काम में गड़बड़ और पेयजल सप्लाई में बाधा पर नाराजगी जताते हुए कलेक्टर से कहा है कि अगर जिला प्रशासन को कोई दिक्कत है तो अपने सीनियर्स को सूचित करें। एक टीम बनकर काम करें, डरने की जरूरत नहीं है। उन्होंने पीएम आवास योजना, स्वामित्व योजना और राशन वितरण के क्रियान्वयन को लेकर प्रसन्नता व्यक्त की है।
गुरुवार को बालाघाट जिले के कामों की वीसी के जरिये समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री चौहान ने जिले में बिजली आपूर्ति को लेकर आ रही शिकायतों पर नाराजगी जताई है। कुछ नक्सल प्रभावित गाँवों में बिजली की सतत आपूर्ति नहीं हो पा रही है, जिसको लेकर मुख्यमंत्री ने अफसरों को व्यवस्था ठीक करने के लिए कहा है। सीएम को कलेक्टर ने बताया कि नक्सल क्षेत्र में लाइन क्षतिग्रस्त है। उसके अलावा कहीं ज्यादा दिक्कत नहीं है। 23 घंटे बिजली मिल रही है। सीएम ने कहा कि मेरे पास बिजली की शिकायत आती हैं। हमें सभी इश्यू रिजोल्व करने की जरूरत है। इसे ठीक कीजिए, प्रभारी मंत्री के साथ बैठिए। कई चीजें ठीक की जा सकती हैं। आप जनता के साथ संवाद करें, शिविर लगाएं।
उन्होंने सभी मुद्दों पर बिन्दुवार समीक्षा कर जानकारी ली और कहा कि जल जीवन मिशन के काम में प्र्रभारी मंत्री जो सुझाव दे रहे हैं, उसको बहुत गंभीरता से लें, नियमित रूप से समीक्षा करें। हम टारगेट पूरा कर रहे हैं, वह संतोष की बात है लेकिन रीस्टोरेशन का काम अच्छे तरीके से करें। उन्होंने पूछा कि शहरी पेयजल योजना में कितना काम हुआ? इस पर बताया गया कि किसी निकाय में पेयजल की दिक्कत नहीं है। कटंगी में प्रोग्रेस स्लो है क्योंकि सोर्स 7 किमी दूर था। इसको जल्द पूरा कराएंगे।
सीएम ने कहा कि पीएम आवास योजना में ग्रामीण और शहरी में सस्ती रेत उपलब्ध होना चाहिए। इसमें भ्रष्टाचार की शिकायत नहीं आना चाहिए। शहरी आवास के टारगेट मिशन मोड में पूरा करें। हम ट्रैकर से ट्रैक करते हैं कि एक महीने में कितने आवास पूर्ण होने हैं, इसके बारे में बताएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरे पास सीएम हेल्पलाइन में जो शिकायत हैं, उनका प्रमाणिकता से निराकरण करेंं। बताया गया कि हम ऐसी शिकायतें गंभीरता से लेते हैं, इसमें कार्रवाई भी करते हैं।