New Record in Chakrasan : चक्रासन से तोड़ा विश्व रिकॉर्ड का चक्रव्यूह!

'धनुरासन' के बाद एक साथ 'चक्रासन' करने का रिकॉर्ड गिनीज़ बुक में दर्ज 

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New Record in Chakrasan : चक्रासन से तोड़ा विश्व रिकॉर्ड का चक्रव्यूह!

आचार्य अरुण (योग साधक)*

Chandigarh : दुनिया के विभिन्न देशों व संयुक्त राष्ट्र संघ के कई कार्यक्रमों में योग पताका फहराने वाले हिमालय के साधक ग्रैंड मास्टर अक्षर ने धनुरासन का विश्व रिकॉर्ड गिनीज बुक में दर्ज कराया था। इसी कड़ी में अक्षरयोग अनुसंधान व विकास केंद्र ने सेहत के लिए बेहद उपयोगी आसन ‘चक्रासन’ का नया रिकॉर्ड वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज कराया है। एक साथ सबसे अधिक संख्या में एक साथ चक्रासन करने के चलते यह रिकॉर्ड दर्ज कराया गया है।यह आयोजन एक मिनट के लिये लगातार किया गया।

हिमालय की गोद में वर्षों साधना करने वाले ग्रैंड मास्टर अक्षर ने बताया कि वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड की अधिकारिक टीम ने इस पूरे आयोजन का मूल्यांकन करने के बाद आयोजन को रिकॉर्ड का दर्जा दिया। कार्यक्रम के समापन पर अक्षर योग को प्रमाण पत्र प्रदान किया। यह कार्यक्रम अक्षर योग अनुसंधान और विकास केंद्र, पादुकोण-द्रविड़ सेंटर फॉर स्पोर्ट्स एक्सीलेंस, बेंगलुरु, कर्नाटक में आयोजित किया गया। हिमालय सिद्ध ग्रैंड मास्टर अक्षर के मार्गदर्शन में, कुल 250 योग साधकों ने वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड के लिए इस उपलब्धि हेतु सार्थक प्रयास किया।

इस आसन को करने वाले सभी प्रतिभागियों ने कठोर प्रशिक्षण प्राप्त किया, जिसमें आसन की एकरूपता के साथ शरीर को प्रशिक्षण देना शामिल है। इस दौरान विभिन्न श्वास तकनीकों का अभ्यास भी किया गया। जिससे 1 मिनट के लिए चक्रासन धारण करने की क्षमता को हासिल किया जा सके।

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योगगुरू अक्षर ने बताया कि इस विचार के पीछे का मुख्य उद्देश्य योग की शक्ति का संदेश दुनिया तक पहुंचाना है। साथ ही यह बताना कि हम अपने मन और शरीर पर कैसे नियंत्रण रखते हैं। यह भी कि हम योग के माध्यम से जीवन की गुणवत्ता को कैसे बढ़ा सकते हैं। जीवन के सकारात्मक पहलुओं के लिए स्वस्थ शरीर और स्वस्थ दिमाग की आवश्यकता होती है। निस्संदेह योग समग्र स्वास्थ्य काअंतिम उत्तर है।

इस आयोजन को सफल बनाने में अक्षर योग मास्टर स्तर के शिक्षकों की भूमिका रही। वहीं इस इस आयोजन के लिए कई दिव्यांग बच्चों व वंचित समाज के बच्चों को भी प्रशिक्षित किया गया। कुल प्रतिभागियों में गृहणियां, विभिन्न कालेज व विश्वविद्यालय के छात्र और विभिन् व्यवसायों से जुड़े लोग शामिल थे। अक्षर योग के संस्थापक, हिमालयन सिद्ध अक्षर जी ने यह रिकॉर्ड सभी योग साधकों को समर्पित किया और उनके बेहतरी की कामना की।इस आयोजन को हिमालय योग आश्रम, विश्व योग संगठन, अंतर्राष्ट्रीय सिद्ध फाउंडेशन, यूयोग ने भी समर्थन दिया। योगगुरू ने बताया कि मनाली के निकट स्थित हिमालय योग आश्रम में सघन योग साधना सुविधाओं को विस्तार दिया जा रहा है।