ओंकारेश्वर से जयप्रकाश पुरोहित की रिपोर्ट
ओंकारेश्वर: खंडवा जिले में ओंकारेश्वर के पास पिछले 12 दिन से बंद पड़े मोरटक्का पुल पर आवागमन आज सुबह से शुरू हो गया है। शनिवार सुबह 9 बजे स्थानीय प्रशासन द्वारा पुल से वाहनों को निकाला गया।इसके बाद धीरे धीरे वाहन पुल से होकर निकले। एनएचएआई के निर्देश पर सुबह पुल पर से आवागमन शुरू किया गया है। फिलहाल पुल पर से केवल हल्के वाहन,बाइक एवं बसों को ही निकालने की अनुमति है,इसी तरह भारी वाहन ट्रक आदि पहले की तरह डायवर्टेड रूट से ही निकाले जा रहे हैं। एनएचएआई के आगामी आदेश तक यह व्यवस्था इसी तरह से सुचारू रूप से चलेगी। उल्लेखनीय है कि पहले अतिवृष्टि एवं नर्मदा के जल स्तर में वृद्धि के चलते मोरटक्का पुल से आवागमन 23 अगस्त शाम 4 बजे बंद कर दिया गया था उसके बाद 4 सितम्बर को मरम्मत के लिए पुल की मरम्मत के चलते पुल पर से आवागमन रोक दिया था।12 दिनों तक चले मरम्मत कार्य एवं लोड टेस्टिंग के बाद आख़िरकार एक बार फिर से पुल पर आवागमन शुरू होने पर हाइवे से गुजरने वाले वाहन चालकों ने राहत की सांस ली है।
शनिवार देर रात तक चला लोड टेस्ट-
एसजीएसआईटीएस के दल के नेतृत्व में शुक्रवार को दिनभर लोड टेस्टिंग का कार्य चला।आधुनिक मशीनों से पुल के आर्क में क्रेक तो नहीं इसकी जांच की गई।पुल की करीब 25 आर्क पर प्रति घण्टे कई टन वजनी डम्पर को खड़ा रखकर उसका पुल में।स्पान पर दबाव को आंका गया।रात करीब डेढ़ बजे तक लोड टेस्टिंग का कार्य समाप्त हुआ।जिसके बाद शनिवार सुबह पुल प्रारंभ हो गया।
शुरू हो सकता है भारी वाहनों का आवागमन-लोड टेस्टिंग के दौरान प्राप्त आंकड़ो को एकत्र कर एसजीएसआईटीएस अपनी रिपोर्ट दोपहर तक एनएचएआई को सौंप सकती है।चूंकि 27 सितंबर से ही एसजीएसआईटीएस ने हल्के वाहनों के आवागमन की अनुमति दे दी थी।लेकिन बाढ़ झेलने के बाद पुल की भारवहन क्षमता जांचने के लिए ही लोड टेस्ट करवाया गया था।सम्भवतः रिपोर्ट सौंपने के बाद शाम तक पुल से भारी वाहनो का आवागमन भी शुरू हो सकता है।