रोजगार सहायक को दबंगों ने पीटा, वीडियो बनाया

चुनावी रंजिश पर खुलेआम की गई गुण्डागर्दी

1035
रोजगार सहायक को दबंगों ने पीटा, वीडियो बनाया

राजेश चौरसिया की रिपोर्ट

छतरपुर: पंचायत चुनावों के दौरान निर्मित हुईं रंजिशों का असर अब भी ग्रामीण क्षेत्रों में देखा जा रहा है। बीते रोज कोतवाली थाना क्षेत्र की ग्राम पंचायत कोटा के लखरावन गांव में कुछ दबंगों ने गुण्डागर्दी की सारी सीमाएं तोड़ दीं। दबंगों के द्वारा गांव के रोजगार सहायक को सरकारी सर्वे के दौरान पकड़कर न सिर्फ पीटा गया बल्कि इस घटना का वीडियो भी बनाया गया।

वीडियो के दौरान दिख रहा है कि कैसे रोजगार सहायक के साथ गाली-गलौच कर उसकी पिटाई की जा रही है। जब यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो प्रशासन ने इस पर संज्ञान ले लिया। मामले में आरोपियों के खिलाफ न सिर्फ एफआईआर दर्ज की गई बल्कि दबंगों के अवैध घरों को तोडऩे के लिए अगले ही दिन सरकारी टीम भी गांव में पहुंच गई।

● ये है मामला..

ग्राम पंचायत कोटा के अंतर्गत लखरावन में विगत रोज रोजगार सहायक राकेश पटेल आगामी दिनों में आयोजित होने वाले सरकारी शिविरों के लिए सर्वे कर रहे थे। राकेश पटेल और गांव के लोकेन्द्र सिंह बुन्देला एवं धीरेन्द्र सिंह बुन्देला के बीच पूर्व से ही विवाद चल रहा है। पिछले सत्र में लोकेन्द्र सिंह बुन्देला की पत्नि इस गांव से सरपंच रह चुकी हैं।

स्थानीय लोग बताते हैं कि जब उनकी पत्नि सरपंच थीं तब रोजगार सहायक राकेश पटेल अनयत्र स्थानांतरण लेकर काम कर रहे थे, लेकिन जैसे ही सरपंच बदलीं वे इस पंचायत में काम करने लगे। इसी बात पर विगत रोज विवाद निर्मित हो गया। सर्वे के दौरान लोकेन्द्र सिंह बुन्देला और धीरेन्द्र सिंह बुन्देला ने राकेश पटेल को पकड़कर पहले उनके साथ गाली-गलौच की और उसके बाद जातिसूचक शब्द कहते हुए मारपीट भी कर डाली।

इस मामले में कोतवाली पुलिस ने दोनों आरोपियों के विरूद्ध धारा 353, 332, 294, 307, 34 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया है। कोतवाली टीआई धन सिंह नलवाया ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए सतत् प्रयास भी किए जा रहे हैं।

● तहसीलदार ने कराई मकानों की नाप..

ग्राम पंचायत कोटा के अंतर्गत ग्राम लखरावन में सरकारी कर्मचारी पर हमला करने वाले उक्त दोनों आरोपियों के खिलाफ प्रशासन भी कड़ी कार्यवाही करने के लिए सक्रिय हो गया है। कलेक्टर और एसपी के निर्देश पर रविवार के दिन राजनगर के नायब तहसीलदार और कोतवाली टीआई के साथ पुलिस और राजस्व की एक टीम गांव में पहुंची। आरोपियों के मकानों की नाप भी की गई। यदि उक्त मकान अवैध पाए गए तो इन्हें तोडऩे की कार्यवाही भी की जा सकती है।