Heritage Train : हेरिटेज ट्रेन 25 सितम्बर से बंद करने का फैसला
Indore : पर्यटकों को शहर के आसपास के पर्यटन स्थलों की सैर करवाने के लिए शुरू की गई हेरिटेज ट्रेन का संचालन 25 सितम्बर से फिर बंद किया जा रहा है। 10 सितंबर को इसका संचालन रोका जाना था, लेकिन यात्रियों की संख्या में इजाफा होने से ट्रेन अभी तक चल रही है।
23 सितंबर तक बारिश का मौसम रहेगा, इसके बाद 25 सितंबर को नवरात्रि शुरू होते ही ट्रेन के पहिए थम जाएंगे। भारी बारिश के कारण प्रशासन ने पर्यटन स्थलों पर 15 दिन की रोक लगा दी थी! इसके बाद भी महू, पातालपानी से कालाकुंड हेरिटेज ट्रेन से जाने वाले तक यात्री कम नहीं हुए। 10 जुलाई से अब तक ट्रेन एक दिन भी खाली नहीं चली। हालात यह बन गए कि ट्रेन में एक अतिरिक्त बोगी तक लगाना पड़ी। पांच बोगियों के साथ ट्रेन की बुकिंग भी बनी हुई है। अभी भी लोगों ने अक्टूबर की बुकिंग करवा रखी है।
रेलवे सूत्रों ने बताया कि करीब पांच साल पहले रतलाम रेल मंडल ने ट्रेन का संचालन शुरू किया था। प्रारंभिक दिनों में यह ट्रेन पातालपानी से कालाकुंड 13 किलोमीटर शुरू की थी। इसके दो फेरे लगते थे और चार बोगियां थीं। प्रत्येक यात्री से 250 रुपए किराया लिया जाता था। धीरे-धीरे ट्रेन यहां की पहचान बन गई।
एक माह पहले से बुकिंग
ट्रेन के बेहतर संचालन का ही परिणाम है, कि पर्यटक एक माह पहले से बुकिंग करवा लेते हैं। यात्रियों की मांग पर ट्रेन को पातालपानी की अपेक्षा महू स्टेशन से चलाया जाने लगा। महू से जो सैलानी पहले दो और चार पहिया वाहन से पातालपानी जाते थे, वे अब ट्रेन की सेवाएं लेने लगे हैं। यही कारण है कि ट्रेन में सीटों का टोटा पड़ा रहता है। सीट के लिए एडवांस बुकिंग कराई जाती है।
35 लाख का आंकड़ा पहुंचा
हेरिटेज ट्रेन में कितने यात्री बैठ रहे हैं, इसका अंदाजा रेलवे को मिले राजस्व से लगाया जा सकता है। सूत्रों ने बताया कि 10 जुलाई से अब तक ट्रेन से 35 लाख रुपए की कमाई हो चुकी है। मात्र दो माह में इतनी भारी-भरकम कमाई किसी अन्य ट्रेन के संचालन से नहीं हो पाई है। ट्रेन की पांचों बोगियां खचाखच भरी रहती हैं। कई बार यात्री गेट पर लटकते हुए सफर करते हैं। इसे देखते हुए यह संभावना जताई जा रही है कि संचालन के अंतिम दिन तक कमाई का आंकड़ा 40 लाख रुपए तक पहुंच जाएगा। ऐसा हुआ तो कोरोना संक्रमण के बाद कमाई के मामले में हेरिटेज ट्रेन इतिहास रच देगी। रतलाम मंडल के पीआरओ खेमराज मीणा के मुताबिक, बारिश के मौसम तक ट्रेन का सतत संचालन रहेगा। ट्रेन से लगातार राजस्व में बढ़ोतरी हो रही है। सभी बोगियां सैलानियों से भरी रहती हैं।