Liquor Smuggling : तस्करों को पकड़ने गए SDM सरकारी गाड़ी और पुलिस लेकर क्यों नहीं गए! 

शराब तस्करों के हमले से जुड़े कुछ अनुत्तरित सवाल, जो इलाके में चर्चा बने 

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Liquor Smuggling : तस्करों को पकड़ने गए SDM सरकारी गाड़ी और पुलिस लेकर क्यों नहीं गए! 

Bhopal : पिछले दिनों धार जिले की कुक्षी तहसील में पकड़े गए शराब तस्करी कांड में अब नई-नई परतें खुल रही है। इस मामले में कुक्षी के SDM (IAS) नवजीवन पंवार के साथ शराब तस्करों ने जमकर मारपीट की और डही के नायब तहसीलदार राजेश भिड़े को उठाकर ले गए थे। शुरू में यह मामला साफ़-साफ़ आपराधिक लग रहा था, पर असलियत कुछ और है। इस घटना के 11 घंटे बाद भी SDM का रिपोर्ट नहीं लिखवाना संदेह जताता है! जब मामला ज्यादा उलझ गया तो शाम को रिपोर्ट लिखवाई गई। इस मामले में इंदौर के एक शराब तस्कर के खिलाफ मुकदमा कायम किया गया है।

दरअसल, इस घटनाक्रम में SDM की नादानी ज्यादा समझी जा रही है, जिस वजह से सरकार की कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान लग गया। अपने डेढ़ सालों के कार्यकाल के दौरान SDM ने कोई अनोखा काम नहीं किया, जिससे उनकी छवि सख्त अफसर की लगे। बल्कि, इलाके में इस बात की चर्चा ज्यादा है कि इनका शराब लॉबी से अच्छा तालमेल है, फिर ये घटना कैसे घट गई! क्या पहली बार SDM को अवैध शराब की तस्करी की सूचना मिली थी! इससे पहले उन्होंने कभी शराब तस्करी रोकने का इतना गंभीर प्रयास क्यों नहीं किया!

इलाके में यह भी चर्चा है कि जब SDM शराब तस्करों को पकड़ने गए थे, तो अपनी सरकारी गाड़ी से क्यों नहीं गए! वे कपड़े भी ऐसे पहनकर गए थे, जिससे संभवत उन्हें अधिकारी नहीं समझा गया। उन्हें कुक्षी के तहसीलदार का कार्यक्षेत्र होते हुए उन्हें साथ लेकर जाना चाहिए था, पर वे डही के नायब तहसीलदार को लेकर गए! SDM ने पुलिस और आबकारी अमले को साथ ले जाना जरूरी क्यों नहीं समझा! इनके साथ पुलिस के जवान भी नहीं थे, जबकि तस्करी जैसे मामले में पुलिस को ले जाना जरूरी होता है। चर्चा ये भी है कि ये अपने साथ गाड़ी में नासिक से आए दोस्तों को लेकर गए थे।