Murder Accused on Remand : हत्या का आरोपी रिमांड पर, सद्दाम की स्थिति नार्मल नहीं!
Indore : आजाद नगर इलाके में 7 साल की मासूम बच्ची को दर्दनाक मौत देने वाले आरोपी सद्दाम को शनिवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से पुलिस ने उसका एक दिन का रिमांड लिया है। उधर, पुलिस आजाद नगर में बच्ची की हत्या के बाद उपजे गुस्से को संभालने में लगी रही। सद्दाम की स्थिति भी सामान्य नहीं बताई जा रही। जबकि, थाने के बाहर हंगामा और तोडफोड़ करने वाले आधा दर्जन लोगों के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया है।
आजाद नगर थाना क्षेत्र के वाटर पंप मैदान के नजदीक नानी के घर रहने वाली 7 साल की मासूम बच्ची को आरोपी सद्दाम उर्फ वाहिद उठाकर अपने घर में ले गया और निर्ममता से उसकी हत्या कर दी। इसके बाद क्षेत्र में लोगों का गुस्सा बेकाबू हो गया। नगर निगम ने जनता के विरोध को देखते हुए आरोपी के घर को भी तुड़वा दिया। शाम को जब बच्ची का शव पोस्टमार्टम के बाद आजाद नगर लाया गया, तो लोग उसे फांसी देने की मांग कर विरोध प्रदर्शन करने लगे। उसी दौरान मोहसीन पिता शमशेर अली और उसके साथियों ने आजाद नगर थाने के बाहर पथराव करते हुए बलवा कर दिया। उसके हंगामे में गाड़ियों को भी नुकसान हुआ। मोहसीन के खिलाफ संदीप सिकरवार की शिकायत पर केस दर्ज किया गया है।
आरोपी मानसिक कमजोर
शुक्रवार देर रात बच्ची का अंतिम संस्कार हुआ। आजाद नगर सहित आसपास के थानों की पुलिस वहां कानून व्यवस्था संभालते रही। आरोपी सद्दाम फिलहाल आजाद नगर थाने की हिरासत में है। पुलिस कर्मियों का कहना है कि वह मानसिक रूप से कमजोर है। हालांकि, इसका कोई सर्टिफिकेट नहीं मिल पाया। उससे वह चाकू भी बरामद कर लिया गया, जिससे उसने मासूम बच्ची की जान ली थी। उसे न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे एक दिन के पुलिस रिमांड पर सौंपा गया है।
बुरी नीयत से उठाया
पुलिस के अनुसार अब तक की पूछताछ में आरोपी ने पुलिस अफसरों के सामने अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया कि उसने बच्ची को बुरी नीयत से ही उठाया था। लेकिन, जब शोर सुनकर लोग आ गए तो उसने उस पर चाकुओं से एक के बाद एक कई वार कर दिए। एडिशनल डीसीपी जयवीर सिंह भदौरिया ने बताया कि अब तक की पूछताछ में आरोपी सद्दाम ने अपना जुर्म कबूलते हुए कहा कि उसने बच्ची को बुरी नीयत से ही उठाया था। जब घर के बाहर इकट्ठा हो गए और दरवाजा खटखटाने लगे तो उसने चाकू से उस पर कई वार कर दिए। पूछताछ के दौरान उसके चेहरे पर इस घटना को लेकर कोई अफसोस पुलिस अफसरों को देखने को नहीं मिला।