पर्यावरण प्रदूषण के खतरे को कम करने मध्यप्रदेश में चलेंगे ई वाहन

राजस्व एवं परिवहन मंत्री श्री राजपूत ने विभागीय अफसरों के साथ की योजना की समीक्षा

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पर्यावरण प्रदूषण के खतरे को कम करने मध्यप्रदेश में चलेंगे ई वाहन

*भोपाल।* प्रदेश में पर्यावरण प्रदूषण के खतरे को कम करने के लिए मध्यप्रदेश सरकार अब प्रदेश में ई-वाहन चलाने की योजना पर विचार कर रही है। इसी तारतम्य में बुधवार को मंत्रालय में राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने परिवहन विभाग के अधिकारियों के साथ ई-वाहन संचालन को लेकर समीक्षा बैठक की। बैठक में परिवहन आयुक्त संजय कुमार झा अपर परिवहन आयुक्त अरविंद सक्सेना, उप सचिव परिवहन श्वेता पवार, उप परिवहन आयुक्त (शिकायत) दिलीप सिंह तोमर सहित ई-वाहन टेक्नोलॉजी में दक्षता रखने वाली टीम के सदस्य मौजूद थे। बैठक में चर्चा के दौरान ई-वाहन टेक्नोलॉजी में दक्ष टीम के सदस्यों द्वारा ई-वाहन की उपयोगिता एवं ई-वाहन के उपयोग से पर्यावरण में हो रहे प्रदूषण में कमी लाए जाने के लाभ पर प्रस्तुतीकरण दिया। प्रस्तुतीकरण के दौरान ई-वाहन टेक्नोलॉजी में दक्षता रखने वाली टीम ने मध्यप्रदेश में विभिन्न प्रकार के वाहन संचालन की रूपरेखा पर विस्तार से अपना प्रस्तुतीकरण दिया। इस प्रस्तुतीकरण में बताया गया कि दैनिक रोजमर्रा में आधिकाधिक रूप से परिवहन साधन के रूप में उपयोग हो रहे ऑटो रिक्शा पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है और इसे ई-वाहन के रूप में संचालित करना आवश्यक है। प्रस्तुतीकरण के दौरान टीम ने यह भी सुझाव दिया कि वर्तमान में डीजल एवं पेट्रोल से संचालित ऑटो रिक्शा में उक्त इंजन को निकाल कर नया ई-इंजन लगाते हुए वर्तमान में प्रदेश भर में संचालित हो रहे ऑटो रिक्शा को ई-रिक्शा के रूप में परिवर्तित किया जा सकता है। इस प्रकार डीजल एवं पेट्रोल से संचालित ऑटो रिक्शा आधी कीमत में ई-ऑटो के रूप में परिवर्तित हो जाएंगे। ऑटो रिक्शा चालकों पर इंजन बदलाव से वित्तीय भार न पड़े इसके लिए टीम ने प्रस्तुतीकरण के दौरान विभिन्न प्रकार के वित्तीय मॉडल प्रस्तुत किए। प्रस्तुतीकरण के बाद राजस्व एवं परिवहन मंत्री श्री राजपूत ने यह कहा कि मध्यप्रदेश में आमजन की सुरक्षा एवं बढ़ रहे पर्यावरण प्रदूषण के खतरे को कम करने के लिए हमारी सरकार निरंतर प्रयासरत है। इसलिए वर्तमान में चल रहे ऑटो रिक्शा को ई-रिक्शा के रूप में परिवर्तित करना लाभकारी होगा। श्री राजपूत ने इस बदलाव से ऑटो चालक भाइयों पर किसी प्रकार का अतिरिक्त वित्तीय भार न पड़े इसके लिए एक विस्तृत कार्य योजना बनाने के निर्देश अधिकारियों को दिए।

*विभिन्न विभाग में भी परिवहन में ही वाहन को दें बढ़ावा :*

श्री राजपूत ने बैठक के दौरान यह भी कहा कि विभिन्न विभागों में चल रही कल्याणकारी योजनाओं में भी ऐसे प्रावधान है कि जिससे विभिन्न जाति वर्ग के हितग्राहियों को वाहन इत्यादि क्रय करने या योजना में पात्रता अनुसार अनुदान का प्रावधान होता है। जिससे विभागों को यह करना चाहिए किस प्रकार की विभिन्न योजनाओं का अध्ययन कर तैयार की जा रही नीति में इस प्रकार के प्रावधान को यथासंभव शामिल करें । बैठक में मंत्री श्री राजपूत ने यह भी बताया कि आपका राशन आपके द्वार योजना में खाद्य विभाग द्वारा वाहनों के माध्यम में राशन वितरण की योजना के लिए नए वाहनों का क्रय किया जाएगा, इसी तारतम्य में परिवहन विभाग भी यदि खाद्य विभाग के साथ या अन्य सम्बंधित विभागों के साथ समन्वय करता है तो यह संभावना है कि जो वाहन क्रय करने हैं, वह ई-वाहन क्रय किये जाएं। बैठक में चर्चा के दौरान इस मंशा पर भी सहमति व्यक्त की गई कि अंतर जिला लोक परिवहन के साधन में ई-वाहनों का अधिकाधिक उपयोग सुनिश्चित किया जाए। इस हेतु मंत्री श्री राजपूत ने अधिकारियों को यह निर्देश दिए कि आगामी प्रस्तुतीकरण पर इस विषय में विस्तार से चर्चा की जाए।

*जल्द बनाएं ऑटोमेटेड टेस्टिंग सेंटर की योजना :*

बैठक के दौरान परिवहन मंत्री श्री राजपूत ने अधिकारियों को स्पष्ट रूप से निर्देश दिए कि प्रदेश में फिटनेस के लिए आने वाले तिपहिया एवं चार पहिया वाहनों की फिटनेस पर विशेष रुप से ध्यान दिया जाए। इस हेतु अत्याधुनिक ऑटोमेटेड टेस्टिंग सेंटर की स्थापना एवं उनके संचालन पर शीघ्र अति शीघ्र कार्य योजना बनाकर प्रस्तुत की जाए।