वाणिज्यिक कर विभाग की बड़ी कार्यवाही, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस माध्यम से पकड़ी कर चोरी

8 जिलों के 34 व्यवसायियों से 14 करोड़ 66 लाख नकदी जमा कराए

डॉ. घनश्याम बटवाल की रिपोर्ट

भोपाल : वाणिज्यिक कर विभाग बड़े शहरों के साथ तहसील स्तर पर भी कर चोरी करने वाले व्यवसायियों पर कार्यवाही कर रहा है।

वाणिज्यिक कर आयुक्त लोकेशकुमार जाटव द्वारा जारी विज्ञप्ति में यह बताया गया है कि प्रदेश के आठ से अधिक जिला मुख्यालय एवं तहसील स्थानों पर लगातार 100 से अधिक अधिकारियों कर्मचारियों द्वारा 150 से अधिक वाहनों के माध्यम से कर अपवंचन मामले में लगातार कार्यवाही की गई।

वाणिज्यिक कर आयुक्त के मुताबिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेन्स द्वारा संबंधित व्यापारियों एवं दुकान संस्थानों की विभागीय स्क्रूटनी और पड़ताल की गई।

सूत्रों द्वारा भी बड़ी कर चोरी की सूचनाएं मिल रही थी। इसके बाद विभाग द्वारा सावधानी से मामले पकड़ने में आये हैं।

इसी कड़ी में होशंगाबाद जिले के सिवनी मालवा, शिवपुरी एवं मंदसौर में ऐसे व्यावसायियों पर कार्यवाही की गई है जो अपना वास्तविक टर्नओवर छुपाकर पंजीयन नहीं कर रहे हैं। मेसर्स पवन ट्रेडर्स सिवनी मालवा से राशि 20 लाख रूपये एवं मेसर्स माणिक पान मसाला भोपाल से राशि 4.60 लाख रूपये जमा कराई गयी।

इसी प्रकार माल के परिवहन के दौरान विभिन्न वाहनों की जांच के लिये चलाए गये विशेष अभियान में आयरन एण्ड स्टील एवं पान मसाला के 166 वाहनों पर कार्रवाई कर राशि 2 करोड़ 97 लाख रूपये एवं माह सितम्बर, 2022 में 34 व्यवसायियों से मौके पर कार्यवाही करते हुए 11 करोड़ 69 लाख रूपये, इस तरह कुल राशि 14 करोड़ 66 लाख रूपये जमा कराई गयी।

वाणिज्यिक कर विभाग द्वारा वृहद् स्तर जी.एस.टी. पोर्टल एवं अन्य विभागों के डाटाबेस का उपयोग करते हुए पर डाटा एनालिसिस का कार्य किया जा रहा है। आयुक्त कार्यालय स्थित डाटा कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में डाटा साइंस एवं डाटा माइनिंग की आधुनिक तकनीक का उपयोग कर किया जा रहा है।

आयुक्त श्री लोकेश कुमार जाटव ने पान मसाला, सिगरेट, कंस्ट्रक्शन एवं सीमेन्ट सेक्टर से संबंधित व्यावसायियों का डाटा विश्लेषण कराने के बाद कर चोरी में संलग्न व्यवसायियों पर इन्दौर, भोपाल, जबलपुर, सिंगरौली, उमरिया एवं शाजापुर के 11 व्यवसायियों को चिन्हित कर लगभग 60 से 70 अधिकारियों द्वारा अलग-अलग स्थान एवं समय पर छापे की कार्रवाई की गयी।

भोपाल स्थित सीमेन्ट के व्यवहसायी महक इंटरप्राईजेज एवं कंस्ट्रक्शन सर्विस के व्यवसायी मेसर्स ईशान बिल्डर एण्ड् डेवलपर्स, जिला सिंगरौली स्थित सीमेन्ट के व्यवसायी मेसर्स यू.सी. जायसवाल, कंस्ट्रक्श न व्यवसायी मेसर्स आईडियल इंडस्ट्रियल एक्सप्लोसिव लिमिटेड सिंगरौली तथा पान मसाला के व्यवसायी मेसर्स मोहित एजेन्सी, जबलपुर, अयांश ट्रेडर्स इन्दौर, मेसर्स डे टू डे ट्रे‍डर्स शाजापुर, मेसर्स मामाजी एजेन्सी उमरिया, मेसर्स विशाल ट्रे‍डर्स उमरिया तथा मेसर्स श्री गणपतलाल ओमकारलाल अग्रवाल एण्ड कंपनी, इन्दौर पर कार्रवाई की गयी। इस प्रकार सभी छापों में लगभग 12 करोड़ रूपये का कर अपवंचन प्राथमिक रूप से पाया गया, जिसमें मौके पर कार्रवाई करते हुए राशि रूपये 7 करोड़ जमा कराये गये।

पान मसाला एवं सिगरेट सेक्टर से संबंधित कर अपवंचन में संलग्न व्यवसायियों पर इन्दौर, पीथमपुर, भोपाल, जबलपुर, सिवनी मालवा, मंदसौर एवं शिवपुरी के 23 व्यवसायियों को चिन्हित कर विभाग के लगभग 100 अधिकारियों एवं पुलिस दल के सहयोग से द्वारा एक साथ 38 व्यवसाय/निवास स्थलों पर छापे की कार्रवाई की गयी।

जिला इन्दौर में सियागंज स्थित मेसर्स विशाल सुपारी सेंटर, मेसर्स विजय एंड कंपनी, मेसर्स देवकृपा ट्रेडिंग कंपनी, मेसर्स आर.जी. ट्रेडर्स, जिला धार के पीथमपुर में मेसर्स रघुवंशी किराना भण्डार, मेसर्स मिश्रा किराना स्टोर, मंदसौर जिले के मेसर्स ताराचंद मोटवानी, जिला होशंगाबाद स्थिति सिवनी मालवा के मेसर्स चंद्र गोपाल संदीप कुमार, मेसर्स पवन ट्रेडर्स, मेसर्स बालाजी ट्रेडर्स, मेसर्स रितेश ट्रेडर्स, मेसर्स माहेश्वरी ट्रेडर्स, जिला जबलपुर स्थिति मेसर्स एबी ट्रेडिंग कंपनी, मेसर्स गणेश फ्रेग्रेंटस, जिला शिवपुरी स्थित मेसर्स गहोई ट्रेडस, मेसर्स शुभांगी ट्रेडर्स, जिला भोपाल स्थित मेसर्स गुरूकृपा पान मसाला, मेसर्स न्यू जैन पान मसाला, मेसर्स कृष्णा पान मसाला, मेसर्स सचिन पान मसाला, मेसर्स सचिन स्टोर्स, मेसर्स कपिल स्टो्र्स एवं मेसर्स माणिक पान मसाला पर कार्रवाई की गयी।

इस प्रकार सभी छापों में लगभग 18 करोड़ रूपये का कर अपवंचन प्राथमिक रूप से पाया गया, जिसमें मौके पर कार्रवाई करते हुए कर एवं शास्ति के रूप में राशि रूपये 4.69 करोड़ जमा कराये गये।

विभाग के डाटा एनालिसिस टीम द्वारा निरंतर डाटा का सूक्ष्म विश्लेषण किया जा रहा है। कर अपवंचन में संग्लन व्यवसायियों पर कार्यवाही की जा रही है, जो भविष्य में भी जारी रहेगी।

वाणिज्यिक कर आयुक्त के अनुसार विभाग द्वारा सतत निगरानी की जारही है। पिछले सप्ताह ही ऐसी ही कर चोरी पकड़ी गई थी। आगे भी कार्यवाही जारी रहेगी।