भोपाल: मध्यप्रदेश के सर्किट हाउस और रेस्ट हाऊस अगले साल जनवरी-फरवरी से सरकारी अधिकारियों-कर्मचारियों और आम नागरिकों को एडवांस शुल्क जमा कराने पर ही उपलब्ध हो पाएंगे। प्रोटोकाल में आने वाले विशिष्ट व्यक्तियों के लिए जिले के कलेक्टर शुल्क जमा कराकर यह सुविधा उन्हें उपलब्ध कराएंगे। इसके लिए हर जिले में दो कक्ष आरक्षित रहेंगे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पर्यटन निगम की तर्ज पर इनके लिए पोर्टल और लोक निर्माण विभाग की वेबसाईट पर आॅनलाईन बुकिंग की सुविधा उपलब्ध रहेगी।
लोक निर्माण विभाग अपने विभागीय बजट की मदद से सभी सर्किट हाउस और रेस्ट हाऊसों को सभी अत्याधुनिक सुविधाओं और पर्याप्त अमले से लैस करने जा रहा है। पहले चरण में प्रदेश के 50 सर्किट हाऊस और 45 रेस्ट हाऊस चिन्हित किए गए है। इनमें जिला स्तर के 42, तहसील स्तर के 8 स
र्किट हाउस शामिल है। जिला स्तर के 42 और टूरिस्ट स्थल के 3 रेस्ट हाउस भी इस योजना में शामिल किए गए है।
भोपाल, जबलपुर, इंदौर और ग्वालियर महानगरों स्थित सर्किट और रेस्ट हाउसों को इसमें शामिल नहीं किया गया है। जो 95 रेस्ट हाउस और सर्किट हाउस में उनमें प्रत्येक में एक खानसामा, एक केयर टेकर, एक अटेंडर सह वेटर और एक क्लीनर नियुक्त किया जाएगा। ऐसे कुल 760 कर्मचारी तैनात किए जाएंगे। शेष 39 रेस्ट हाउस के लिए विभाग में रिक्त पदों के विरुद्ध 349 खानसामा सह बहुउद्देशीय कर्मी तथा 349 अटेंडर सह वेटर स्तर के कर्मचारी तैनात किए जाएंगे। इस तरह प्रदेशभर में कुल 1 हजार 458 कर्मचारी तैनात किए जाएंगे। इन पर सालाना 24 करोड़ 65 लाख रुपए खर्च होगा। चौकीदार, माली के कार्य हेतु विभाग में कार्यरत स्थाईकर्मियों से पूर्ति की जाएगी। विभाग के पास स्वीकृत 7 हजार 531 पदों के विरुद्ध 4 हजार 127 कर्मचारी उपलब्ध है केवल 290 कर्मचारियों की अतिरिक्त व्यवस्था करना होगा।
इन सुविधाओं से लैस होंगे सर्किट हाउस और रेस्ट हाउस-
हर रेस्ट हाउस में चार टीवी एलसीडी कनेक्शन के साथ, चार एसी डेढ़ टन, फर्नीचर, गैस कनेक्शन, आरओ वाटर प्यूरीफायर, क्राकरी दो सैट, किचन बर्तन सामान, फ्रिज, पर्दे, गद्दे लेनिन के बैडशीट, तकिया कवर टावेल के साथ, सोलर गीजर हीटर इसके अलावा अन्य विविध सामग्री भी मौजूद रहेगी। इन सभी सुविधाओं के लिए प्रति सर्किट हाउस, रेस्ट हाउस पर साढ़े सात लाख रुपए का खर्च आएगा। इस तरह 95 रेस्ट हाउस और सर्किट हाउस पर 712 लाख 50 हजार रुपए का खर्च आएगा।
सिविल और इलेक्ट्रिक कार्य के लिए बजट-
चयनित 50 सर्किट हाउस में सिविल और इलेक्ट्रिक मरम्मत कार्य हेतु तीस लाख रुपए और 45 और रेस्ट हाउस स्थानों के लिए 20 लाख रुपए प्रत्येक के लिए उपलब्ध कराए जाएंगे। शेष 39 रेस्ट हाउस के लिए 6 लाख प्रति हाउस के हिसाब से 2094 लाख रुपए खर्च होंगे। इस प्रकार एकमुश्त कुल 4494 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। मरम्मत कार्यो में टायलेट रिनोवेशन, छत और फर्श मरम्मत, डोर , विंडो मरम्मत, इलेक्ट्रिक वायरिंग, स्विच और पंखा मरम्मत, फाल्स सिलिंग वर्क, पुताई और पेंटिंग, कैँपस में फेंसिंग एवं गेट आवश्यक मरम्मत कार्य होंगे। शेष 39 रेस्ट हाउस में सभी आवश्यक सामग्री के लिए 872 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे।
इस तरह होगी बुकिंग-
लोक निर्माण विभाग की पोर्टल और वेबसाइट पर आॅनलाईन इन 95 रेस्ट हाउस और सर्किट हाउस को बुक कराया जा सकेगा। सरकारी विभागों के अधिकारी कर्मचारी पहले खुद शुल्क जमा कराएंगे बाद में विभाग से इसकी प्रतिपूर्ति की जाएगी। प्रोटोकाल में आने वाले व्यक्त्यिों के लिए कलेक्टर शुल्क जमा कराएंगे बाद में राज्य शासन इसकी पूर्ति करेगा। आम नागरिक सीधे आॅनलाईन बुकिंग कर सकेंगे। प्रस्तावित एक दिन और रात का किराया सर्किट हाउस के लिए दो हजार रुपए और रेस्ट हाउस के लिए आठ सौ रुपए होगा।