Indore : इस साल अभी मानसून पूरी तरह विदा नहीं हुआ। लौटकर मानसून ने मालवा को फिर भिगोया है। इंदौर के कुछ इलाकों में गुरुवार रात को हल्की बारिश हुई थी और शुक्रवार दोपहर से फिर बारिश शुरू हो गई जो देर शाम तक जोरदार तरीके से जारी है। इस बारिश के कारण शहर में नवरात्रि पर चल रहे गरबा आयोजनों में व्यवधान आया।
आसपास के इलाकों में भी हल्की बारिश होने की जानकारी मिली। धार, विदिशा, झाबुआ, अलीराजपुर और बालाघाट में भी हल्की बारिश की संभावना है।
मौसम विभाग के मुताबिक, 3 अक्टूबर के बाद एक बार फिर से मौसम करवट ले सकता है। 20 जिलों में भारी बारिश का यलो अलर्ट है। महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ से सटे इलाकों में कहीं-कहीं हल्की से तेज बारिश हो सकती है। धार, अलीराजपुर, बड़वानी, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, हरदा और नर्मदापुरम और झाबुआ में बारिश होने का अनुमान जताया गया है।
3 अक्टूबर को यलो अलर्ट
बुंदेलखंड, बघेलखंड और महाकौशल के इलाकों में ज्यादा असर दिखेगा। उमरिया, अनूपपुर, शहडोल, डिंडोरी, कटनी, छिंदवाड़ा, जबलपुर, बालाघाट, नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला, रीवा, सतना, सीधी, सिंगरोली, छतरपुर, सागर, पन्ना, निवाड़ी और दमोह में कहीं-कहीं हल्की से तेज बारिश हो सकती है।
40 इंच से ज्यादा बारिश
प्रदेश में इस सीजन में कई इलाकों में 40 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। इनमें भोपाल (70 इंच), राजगढ़ (69 इंच), गुना (65 इंच), रायसेन (64 इंच), छिंदवाड़ा (63 इंच), सीहोर (62 इंच), सिवनी (57 इंच), अगर मालवा (56 इंच), बालाघाट (56 इंच), हरदा (56 इंच), मंडला (54 इंच), देवास (54 इंच), सागर ( 52 इंच), नरसिंहपुर (51 इंच), शजापुर (51 इंच), जबलपुर (50 इंच), अशोक नगर ( 49 इंच), अनूपपुर (48 इंच), बुरहानपुर (45 इंच), नीमच (44 इंच), विदिशा (43 इंच), निवाड़ी (42 इंच), पन्ना (इंच 42), उमिरया (42 इंच), इंदौन (42 इंच), खंडवा (41 इंच), मंदसौर (41 इंच), दमोह (41 इंच), श्योंपुरकलां (41 इंच) से ज्यादा बारिश हुई। 1 जून से लेकर अभी तक प्रदेश में औसत 48 इंच बारिश हो चुकी है। सामान्य 38 इंच से 23% ज्यादा बारिश हो चुकी है। सबसे ज्यादा बारिश नर्मदापुरम में 71.48 इंच, भोपाल में 70 और राजगढ़ में 69 इंच हुई। प्रदेश के 32 जिलों में 40 इंच से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई है।