Raid on MPCA’s Office : मैच से पहले क्रिकेट एसोसिएशन के दफ्तर में निगम टैक्स वसूलने पहुंचा

MPCA अध्यक्ष ने कहा 'हमारे पास मार्च तक टैक्स भरने का समय'

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Raid on MPCA’s Office : मैच से पहले क्रिकेट एसोसिएशन के दफ्तर में निगम टैक्स वसूलने पहुंचा

देखिए, क्या कह रहे हैं MPCA अध्यक्ष

Indore : इंडिया और दक्षिण अफ्रीका की टीम के बीच इंदौर में हुए अंतर्राष्ट्रीय टी-20 मैच से एक दिन पहले नगर निगम की टीम मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (MPCA) दफ्तर पर धावा बोला। यह छापा संपत्ति कर बकाया के लिए मारा गया। इसके बाद निगम को 32 लाख रुपए का तत्काल भुगतान। जबकि, एमपीसीए अध्यक्ष का कहना है कि हमारे पास 31 मार्च ’23 तक भुगतान करने का समय है।
एमपीसीए के अध्यक्ष के मुताबिक निगम की उपायुक्त लता अग्रवाल के नेतृत्व निगम टीम ने कार्यालय में धावा बोला और निचले अधिकारियों को धमकाने के लिए एमपीसीए के लेखा अनुभाग में बैठ गई। सोमवार को नगर निगम द्वारा होलकर स्टेडियम में बने मप्र क्रिकेट एसोसिएशन के दफ्तर पर कार्रवाई को लेकर एमपीसीए चेयरमैन अभिलाष खांडेकर ने मंगलवार को सख्त लहजे में नगर निगम की कार्रवाई का विरोध किया। उन्होंने नगर निगम अधिकारियों पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर इंदौर में क्रिकेट मैच नहीं होंगे, तो इसमें इंदौर शहर का नुकसान होगा, इन अधिकारियों का नुकसान नहीं होगा। ये सब मिलकर इंदौर में क्रिकेट टूरिज्म को खत्म करना चाहते हैं। उन्होंने एक वीडियो जारी करते हुए अपनी बात विस्तार से कही।
मंगलवार को MPCA चेयरमैन खांडेकर ने मीडिया के सामने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि नगर निगम की टीम डराने वाले रवैये से बात कर रही थी। वे हमें मैच के पहले ही मनोरंजन टैक्स का बोल रही थी। जबकि, हमने उन्हें कहा कि मैच तो हो जाने दीजिए। साथ ही रोड सेफ्टी सीरीज मैच को लेकर भी मनोरंजन टैक्स नहीं देने को लेकर भी हमें बोला जा रहा था। जबकि, हमने मैच के लिए मैदान किराए पर दिया था। मुंबई में सीरीज से जुड़े लोग फोन नहीं उठा रहे तो उसकी जिम्मेदारी हमारी नहीं है।

अचानक दफ्तर में आए
खांडेकर ने कहा कि नगर निगम का अमला मैच के एक दिन पहले एमपीसीए के दफ्तर में आ धमका। क्रिकेट एसोसिएशन के सामने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच को निर्बाध तरीके से पूरा कराने का टास्क है। जब अपने काम में व्यस्त थे तो नगर निगम को किसने अधिकार दिया कि वे अकाउंट सेक्शन में जाकर हमारी कुर्सियों पर बैठ जाए। लता अग्रवाल (निगम उपायुक्त) अपने आपको क्या समझती हैं, लेकिन फिर भी मैं ये कह रहा हूं हमारा नगर निगम, जिला प्रशासन, पुलिस से कोई झगड़ा नहीं है। मगर कल का घटनाक्रम बहुत निंदनीय है। ये किसी के साथ भी हो सकता है। जब नगर निगम के अधिकारी मप्र क्रिकेट एसोसिशन के साथ ऐसा कर सकते हैं, तो आम आदमी के साथ कैसा बर्ताव करते होंगे। ये कमिश्नर मैडम, सीएम और मुख्य सचिव को और इंदौर की जनता को सोचना चाहिए। मैच के पहले इस तरह की कार्रवाई करने का डर दिखाकर पासेज के संबंध में इंडिकेट कर रही है।

मैच नहीं हुआ तो शहर का नुकसान
उन्होंने कहा कि इंदौर शहर आदर-आतिथ्य के लिए जाना जाता है। यहां नए-नए अफसर आकर दादागिरी करना चाहते हैं। हम लोग छोटे हैं, हम इन लोगों से लड़ नहीं सकते। मैं सरकार से निवेदन करना चाहता हूं कि इस तरह के अधिकारियों को नियंत्रण में रखे। इनके खिलाफ एक्शन ले। कल कभी हमने सोचा कि हम इंदौर में मैच करना बंद कर दें, तो इंदौर का क्या होगा। इंदौर में अगर क्रिकेट टूरिज्म खत्म हो जाएगा तो नुकसान इंदौर शहर का होगा इन अधिकारियों को नहीं होगा।

मैच से पहले मनोरंजन कर मांगा
उन्होंने पहले के मैचों के मनोरंजन कर की मांग की, जो एमपीसीए द्वारा आयोजित नहीं किए गए थे। उन्होंने कल होने वाले अंतरराष्ट्रीय टी20 मैच का एक दिन पहले मनोरंजन कर भुगतान करने की मांग की। वे कई अधिकारियों के साथ मेरे केबिन में आई और मुझे गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी।वे बार-बार दोहराती रही हमे निगम कमिश्नर प्रतिभा पाल ने भेजा है।

एक अंतरराष्ट्रीय मैच से एक दिन पहले, MIC मेरे संगठन की बिना किसी गलती के करता है, जिसने कभी कर का भुगतान करने में गलती नहीं की थी। यह सब रिकॉर्ड में है। मैंने अपनी परंपरा और शिष्टाचार के अनुसार खुद निगम कमिशनर प्रतिभा पाल को 25 पास पहले ही भेज दिए थे। उन्होंने कहा कि इस घटना को तत्काल महापौर और संभाग आयुक्त के संज्ञान में लाया, पर कोई प्रभाव नहीं हुआ!