दिनेश सोलंकी की खास ख़बर
महू: महू नगर के इतिहास में और संभवत: मध्य प्रदेश में पहली बार दशहरा पर्व पर निकले अखाड़ों में 300 से अधिक महिलाओं ने भाग लेकर अपना अलग अखाड़ा निकालकर शौर्य प्रदर्शन कर सभी को आश्चर्यचकित कर दिया। उल्लेखनीय रहा कि शाम को बारिश होने के बावजूद महिलाओं का जोश और उमंग थमने का नाम नहीं ले रहा था।
दशहरे पर 23 से अधिक अखाड़े निकाले गए यह भी अपने आप में बिरला रहा। स्मरणीय कि गत मोहर्रम पर पुलिस को मिली सूचना में अखाड़ों की उल्लेखित संख्या के बावजूद बिना सूचना के कई अखाड़े निकाले गए थे। इसे लेकर प्रतिस्पर्धा कहें या क्रिया की प्रतिक्रिया….दशहरे पर हिंदू समाज ने अपना जलवा और अधिक अखाड़े निकालकर बताया। इन सभी अखाड़ों में ज्यादातर में महिला और बालिकाएं भी अपना जौहर दिखा रही थी। जबकि महिलाओं का एक अपना अखाड़ा गोपाल मंदिर से शुरू हुआ जिसमें शाम 5 बजे से ही महिलाओं का तांता लगना शुरू हो गया था। ये महिलाएं पिछले 15 दिन से अलग-अलग स्थानों पर शस्त्र प्रदर्शन अखाड़ों के उस्तादों खलीफाओं से सीख रही थी। इसमें 5 साल की बालिका से लेकर 50 साल तक की महिलाओं ने शस्त्र प्रदर्शन में हिस्सा लिया।
कोतवाली चौराहे पर छोटा बाजार में और कई स्थानों पर लगे मंच से इन अखाड़ों को प्रतिसाद मिलता रहा। पुलिस व्यवस्था चौकस थी। सुबह RSS के पथ संचलन में व्यवस्था के बाद पुलिस दशहरे को लेकर कोई जोखिम नहीं उठाना चाहती थी, इसलिए कदम कदम पर पुलिस फोर्स नजर आ रहा था। महिलाओं के अखाड़ों कि अगुआई पंडित लोकेश शर्मा प्रमुख रूप से कर रहे थे।