Mandsaur News – विदा होता मानसून किसानों पर आफ़त बना – खेतों में पड़ी और खड़ी फसलों में नुकसानी
मंदसौर । बीते दो दिनों से जिले के विभिन्न क्षेत्रों में कभी धीमी तो कभी तेज़ व्यापक बरसात ने किसानों की मुसीबत बढ़ाई है ।
रबी फसलों की कटाई जोरों पर चल रही है और कटी हुई उपज एकत्र खेतों में तैयार पड़ी जो भीग गई है । वहीं खड़ी फसल कटाई रुक गई और खेतों में पानी भरा गया है । जिले के मल्हारगढ़ , पिपलियामंडी , दलौदा , फतेहगढ़ , बूढ़ा , नगरी , गरोठ , भानपुरा , सीतामऊ , सुवासरा , शामगढ़ , क्यामपुर , बसई , तितरोद ,
निम्बोद , गुराड़िया , मजेसरा , कुंचड़ोद बोलिया , धुँधडका , बाजखेड़ी सहित अनेक स्थानों से किसानों की पीड़ा सामने आई है ।
तैयार फसल में हुई नुकसानी से आर्थिक परेशानी होगी । जिले में सोयाबीन , मूंग ,उड़द , मक्का , मूंगफली ,चंवला समेत सभी उपज प्रभावित हुई है ।
शुक्रवार को जिले की कृषि उपज मंडियों में भी नीलामी के लिए आई सोयाबीन , लहसुन , मूंग , मक्का , उड़द उपज बरसात में भीग गई ।
गुरुवार शाम को बिगड़ा मौसम शनिवार तक नहीं सुधरा है । मौसम विभाग के अनुसार आगामी 2 – 3 दिन कम – ज्यादा बरसात रहेगी ।
जिले के किसानों की व्यथा और नुकसानी की आशंका के बीच सरकार से राहत की मांग का समर्थन करते हुए मंदसौर विधायक यशपालसिंह सिसौदिया ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को सोशल मीडिया ट्विटर पर तत्काल सर्वे कर राहत की अपील की है । मल्हारगढ़ विधायक एवं प्रदेश के वित्तमंत्री जगदीश देवड़ा , गरोठ – भानपुरा विधायक देवीलाल धाकड़ ने त्वरित संज्ञान लेते हुए प्रशासन से बात कर जरूरी निर्देश दिये और मुख्यमंत्री से राहत और सर्वे का अनुरोध किया है । सोशल मीडिया के माध्यम से जाहिर भी किया है । जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती दुर्गाविजय पाटीदार ने भी मुख्यमंत्री को पत्र भेजा है ।
इधर कांग्रेस नेताओं महेंद्र सिंह गुर्जर , परशुराम सिसोदिया , अनिल शर्मा आदि ने खेतों में पहुंच कर स्थिति को देखा और बड़ी नुकसानी का आकलन किया है । राज्य सरकार से किसानों को तत्काल सहायता और राहत की मांग की है ।
जिले में ओसत वर्षा का आंकड़ा पार होगया है । सन2019 की तुलना में 5 इंच अधिक वर्षा दर्ज़ हुई है । गरोठ में 57 , भानपुरा शामगढ़ में 51 , मंदसौर में 42 इंच बरसात हुई है और शनिवार को भी क्रम जारी है ।
शुक्रवार को ही सुवासरा , सीतामऊ ,शामगढ़ , धुँधडका , मंदसौर में डेढ़ इंच वर्षा होने की सूचना है ।
जिले में फसलों की नुकसानी की स्थिति के आकलन के लिए कलेक्टर गौतमसिंह ने राजस्व , कृषि , उद्यानिकी समेत संबंधित विभागों को स्पष्ट निर्देश देते हुए शनिवार रात तक फ़सल और क्षेत्रवार जानकारी देने का कहा है । मल्हारगढ़ , मंदसौर , गरोठ , सुवासरा सहित अन्य स्थानों पर फसल नुकसानी सर्वे शुरू होगया है ।
कलेक्टर श्री सिंह के निर्देश में कहा गया है कि अतिवृष्टि और असामयिक वर्षा को दृष्टिगत रखते हुए फसलों की क्षति का तुरंत आकलन कर रिपोर्ट सौपें । राजस्व अधिकारी , राजस्व निरीक्षक , पटवारी , एसडीएम , तहसीलदार आरम्भिक आकलन नुकसानी अधीक्षक भू अभिलेख तक उपलब्ध कराएं । आरबीसी नियमों के तहत विधिवत सर्वे नुकसानी राहत दी जायेगी ।
मंदसौर विधायक यशपालसिंह सिसौदिया ने प्रभावित किसानों को जागरूक करते हुए बताया कि प्रधानमंत्री फ़सल बीमा योजना के पात्र किसान 72 घंटे के भीतर अतिवृष्टि , जलभराव और फ़सल नुकसानी सूचना दर्ज़ करायें । कृषक एग्रीकल्चर क्रॉप इन्सुरेंस कम्पनी टोल फ्री नम्बर्स पर भी दर्ज़ करायें ।
बहुत हद तक नुकसानी से बचा जासकेगा और राज्य सरकार और प्रशासन भी हर संभव मदद के लिए तैयार है ।
जिले में रबी फसलों में असमय लगातार बरसात से नुकसानी के बारे में उद्यानिकी विभाग के मुताबिक वर्षा जारी रहती है और खेतों में जलभराव रहने पर गरोठ , सीतामऊ , भानपुरा , शामगढ़ , मंदसौर आदि क्षेत्रों में अधिक नुकसान होसकता है ।
उद्यानिकी विभाग ने सलाह भी दी है और कहा है कि आने वाली फसलों के लिए यदि बीज के लिए रखी उपज भीग गई है तो उसे बदलना उचित होगा , अन्यथा भीगे बीज अगली उपज को प्रभावित करेंगे ।