Income Tax & ED Raids : जमीन के जादूगरों समेत 20 से ज्यादा ठिकानों पर आयकर व ईडी के छापे   

टीनू संघवी समेत कई भूमाफिया, सीए, ज्वेलर्स, कारोबारी निशाने पर   

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Income Tax & ED Raids : जमीन के जादूगरों समेत 20 से ज्यादा ठिकानों पर आयकर व ईडी के छापे   

Indore : दिवाली से पहले आयकर विभाग ने आज सुबह जमीन के कारोबार से जुड़े हुए लोगों के 20 से अधिक ठिकानों पर सुबह 6 बजे एक साथ दबिश दी। इस कार्रवाई में में कई बड़े ग्रुप के नाम सामने आए हैं, जो लंबे समय से आयकर विभाग के रडार पर थे।

आयकर विभाग और ईडी ने आज सुबह बड़ी कार्रवाई की। इसके तहत बिल्डर टीनू संघवी, शुभम लाभम मंत्री ग्रुप, एसडी वायर ग्रुप, दिलीप जैन, रजत ज्वेलर्स, दो चार्टर्ड एकाउंटेंट समेत अन्य 3 अन्य लोगों के ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापेमारी की है। सुबह 6 बजे से शहर के तमाम ठिकानों पर यह कार्रवाई भारी पुलिस बल की मौजूदगी में शुरू की गई। टीनू संघवी कांग्रेस नेता पंकज संघवी एवं जमीन धोखाधड़ी मामले में कोर्ट से हाल ही में अग्रिम जमानत लेने वाले विवादित बिल्डर सुरेंद्र संघवी के छोटे भाई हैं। दिवाली से पहले जमीन का कारोबार तेज है। सही समय देखकर दबिश दी गई। सुबह 6 बजे आयकर विभाग की टीम इकट्ठा हुई। अलग-अलग बने दल दो घंटे में शहर के विभिन्न इलाकों में पहुंच गए।

कार्रवाई में ईडी की टीम भी साथ में होने की चर्चा है। एक टीम बाईपास के पास की बड़ी कॉलोनी में कॉलोनाइजर व बिल्डर के घर पहुंची। इसके अलावा उनके ऑफिस व जवाहर मार्ग स्थित कम्पनी पर भी दबिश दी गई। उसके कई ठिकानों पर भी टीम के पहुंचने की जानकारी आई। एक अन्य कॉलोनाइजर, ज्वेलर्स और वायर कंपनी मालिक पर भी आयकर के पहुंचने की बात सामने आई है। बताया जा रहा है कि कई जानकारियां सामने आ रही हैं, जिसके आधार पर कई और जगहों पर भी आयकर की टीम पहुंची। नए वित्त वर्ष में आयकर विभाग की यह पहली बड़ी कार्रवाई है, जिसका धीरे-धीरे दायरा भी बढ़ सकता है। मूल जगहों के बाद में कारोबार से जुड़े अन्य लोगों को भी निशाने पर लिया जा सकता है।

 

जमीन के खेल पर नजर

कोरोना काल के बाद में इंदौर के जमीन कारोबार में तेजी आई है। जमीन की कीमत दो से तीन गुना बढ़ गई। उसमें तेजी से उछाल आया तो कारोबार को जैसे पंख लग गए थे। कई बड़े कॉलोनाइजरों ने पुराना माल बेचने के साथ में नए प्रोजेक्ट को लांच किया। कुछ माह पहले भी जमीन के कारोबारियों पर छापामार कार्रवाई हुई थी, जिसमें आयकर विभाग को समझ में आ गया कि मोटी कमाई का खेल चल रहा है, जिसके टैक्स सरकार के पास जमा नहीं हो रहा है।

तब से कॉलोनाइजर व बिल्डर आयकर के रडार पर थे। विभाग ने सर्च पर डाल रखा था। जुलाई में सभी के आयकर रिटर्न देखे तो सितंबर में ऑडिट रिपोर्ट के पेश होने के बाद जब वेरिएशन सामने आया तो कार्रवाई की तैयारी हो गई थी। वर्तमान में दीपावली के वजह से प्लॉटों की बुकिंग चल रही थी जिस पर मौका ताड़कर कार्रवाई की गई।