MP News: कहीं खराब खाद्यान्न, तो कहीं बट रहा पात्रता से कम राशन, कहीं बताया फ्री राशन हुआ बंद
भोपाल: प्रदेश में राशन दुकानों पर हो रही कालाबाजारी और अनियमितताओं पर लगाम लगाने के लिए मुख्यमंत्री शिवराजसिह चौहान द्वारा दोषी अफसरों के निलंबन और प्रदेशभर में अभियान चलाने के फरमान के बाद अब पूरे प्रदेश में प्रशासनिक अमला राशन की दुकानों के निरीक्षण में सक्रिय है। मैदानी हकीकत में कई चौकाने वाले खुलासे भी हो रहे है। कहीं दुकानों पर खराब राशन रखा मिला तो कहीं पात्रता से कम राशन वितरण और कहीं अधिक कीमत वसूले जाने की जानकारी सामने आई है। कुछ स्थानों पर तो जनता को यह कहकर लौटाया जा रहा है कि सरकार ने अब फ्री राशन भेजना ही बंद कर दिया है।
गरीबों की थाली में पहुंचने वाले इस अनाज में व्यापक स्तर पर गड़बड़ियां सामने आने के बाद ऐसी राशन दुकान संचालकों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जा रही है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा जिलों की समीक्षा के दौरान खाद्य विभाग के तीन अधिकारियों के निलंबन और कालाबाजारी पर रोक लगाने के लिए अभियान चलाने के निर्देश के बाद अब खाद्य विभाग और जिला प्रशासन का अमला पहली बार इतने व्यापक स्तर पर एक साथ पूरे प्रदेश में सक्रिय है।भोपाल की सत्तर दुकानों सहित भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और अन्य शहरों में ढाई हजार दुकानों की रेंडम जांच की जा चुकी है। इसमें कई तरह की गड़बड़ियों का खुलासा हुआ है। कहीं अंगूठा लगवाकर मशीनों में ज्यादा मात्रा दर्ज कर कम राशन वितरण हो रहा है तो कहीं तो उपभोक्ताओं को राशन हीं नहीं दिया जा रहा है । पीओएस की मशीनों की आवाज धीमी कर और गलत मोबाइल नंबर डालकर उपभोक्ताओं को सरकार द्वारा दिए जा रहे राशन की मात्रा और कीमत की सही जानकारी पहुंचने से रोकने के इंतजाम राशन दुकान संचालकों ने कर रखे है।
यहां उपभोक्ताओं को बटने रखा था खराब अनाज-भीमनगर के नगीना उपभोक्ता भंडार पर 27 क्विंटल खराब खाद्यान्न रखा मिला यहां पीएमजीकेएव्हाय योजना का खाद्यान्न निर्धारित मात्रा एवं दर पर नहीं दिया जा रहा था। पीओएस की रसीद नहीं दी जा रही थी। मशीन से वितरित राशि की जानकारी भी नहीं सुनाई दी जा रही थी। यहां गेहूं का स्टॉक कम मिला।
ये पीडीएस दुकान संचालक ले रहे थे ज्यादा राशि- पूजा प्राथमिक उपभोक्ता भंडार और जयश्री महिला उपभोक्ता भंडार शाहपुरा में पात्रतानुसार खाद्यान्न नहीं दिया जा रहा था और निर्धारित मूल्य से अधिक पैसे लिये जा रहे थे तथा रसीद भी नहीं दी जा रही थी। रसीद नहीं दी जा रही थी और मशीन से वितरित मात्रा की जानकारी भी सुनाई नहीं दे रही थी। आर्शीवाद उपभोक्ता भंडार में निर्धारित दर पर खाद्यान्न नहीं दिया जा रहा था। रसीद नहीं दी जा रही थी।मशीन से वितरित मात्रा की आवाज नहीं सुनाई दे रही थी और स्टाक भंडारण भी व्यवस्थित नहीं था।
*यहां बट रहा कम राशन-*
भोपाल के चित्रांश महिला उपभोक्ता भंडार और इंडिया प्राथमिक सहकारी उपभोक्ता भंडार, आदर्श सर्वोपयोगी उपभोक्ता भंडार, रेणु महिला उपभोक्ता भंडार में उपभोक्ताओं को निर्धारित मात्रा के अनुसार प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत खाद्यान्न वितरण नहीं किया गया।
*यहां बताया बंद हो गया राशन-* सिस्टर निवेदिता महिला उपभोक्ता भंडार में उपभोक्ताओं को पात्रता से कम राशन प्राप्त होना पाया गया। मूंग, वितरण आॅनलाईन दर्ज नहीं था। एक परिवार ने बताया कि फ्री राशन नहीं दिया जा रहा है और कहा जाता है कि सरकार ने फ्री राशन भेजना बंद कर दिया है.
*यहां बताया – हर माह राशन नहीं:*
यहां हर माह राशन नहीं, तो कम राशन वितरण- राजेन्द्र प्राथमिक सहकारी उपभोक्ता भंडार पर उपभोक्ताओं ने बताया कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में राशन प्रतिमाह नहीं दिया जा रहा है। यहां उपभोक्ताओं से अधिक मूल्य भी लिया जा रहा है। मोबाइल पर वितरण का एसएमएस भी प्राप्त नहीं हो रहा है। सिस्टर निवेदिता उपभोक्ता भंडार में पात्रता से कम राशन दिया जा रहा था। सदस्य संख्या से कम सदस्यों का राशन बांटा जा रहा था।
*कहीं स्टॉक ज्यादा तो कहीं कम-*
चित्रांश महिला उपभोक्ता भंडार पर गेहूं, चावल का तैतीस क्विंटल कम भंडार मिला। तो शक्कर डेढ़ क्विंटल कम मिली। अदर्श भंडार पर पांच क्विंटल गेहूं और चावल कम मिले। केरोसीन 1699 लीटर कम मिला।भौरी की दुकान पर 67 क्विंटल गेहूं अधिक और 80 क्विंटल चावल कम मिला। यहां सौ लीटर केरोसीन ज्यादा मिला।