Drug Smuggling : प्रतियोगी परीक्षाओं के छात्रों को ड्रग एडिक्ट बनाया!

एक ग्राम ब्राउन शुगर को 20  ग्राम बनाकर बेचता रहा तस्कर!

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Drug Smuggling : प्रतियोगी परीक्षाओं के छात्रों को ड्रग एडिक्ट बनाया!

Indore : ब्राउन शुगर के तस्कर आदम खान ने पूछताछ में अहम खुलासे किए हैं। उसने बताया कि वे लोग शहर में 18 से 35 वर्ष के बेरोजगार युवाओं को टारगेट करते थे। इसके अलावा इंजीनियरिंग और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले भी उनके नेटवर्क में हैं। इनकी गैंग से जुड़े 10 लोगों को पुलिस अभी तक आरोपी बना चुकी है। अब इनके ड्रग्स सप्लायरों की तलाश की जा रही है।

संयोगितागंज टीआई तहजीब काजी ने बताया कि प्रतापगढ़ के तस्कर आदम ने एक साल में ही इंदौर में अपना काफी बड़ा नेटवर्क खड़ा कर लिया था।

राजस्थान से आने वाली ब्राउन शुगर में ये मिलावट कर उसे और नशीला कर युवाओं को बेचता था। 1 ग्राम ब्राउन शुगर में ये 19 ग्राम अन्य नशीली दवाएं मिलाकर 20 ग्राम की पुड़िया बनाकर 20 ग्राम ब्राउन शुगर के भाव में बेचते हैं। इन्होंने मेडिकल, इंजीनियरिंग के अनगिनत छात्रों को एडिक्ट बना दिया।

इसी थाना क्षेत्र की शुक्ला नगर बस्ती के 12 से 15 साल के नाबालिग भी ड्रग एडिक्ट बन चुके हैं। ये एडिक्ट नशा करने के लिए दिन में कॉलोनियों में रेकी कर रात में चोरी करते हैं। फिर चोरी का माल बेचकर इनसे ड्रग्स खरीदते हैं। करीब 10 से ज्यादा नशाखोरों को पकड़कर पूछताछ की गई तो सभी ने दिए बयानों में इन बातों का जिक्र किया है।

 

डिप्रेशन में ड्रग्स पैडलर बना

आरोपी की गैंग से नशा खरीदकर एडिक्ट बनने वाला इंजीनियर निक्की उर्फ शशांक इसका उदाहरण है। पढ़ाई में अव्वल शशांक जॉब कर रहा था। इसकी गर्लफ्रेंड ने धोखा दिया तो डिप्रेशन में देख उसे आदम की गैंग के तस्करों ने ड्रग्स का आदी बना दिया। शशांक को मूसाखेड़ी का सुनील कदम ने मुफ्त में डोज देकर एडिक्ट बना दिया। शशांक की नौकरी चली गई तो वह नशे के रुपए जुटाने के लिए इनकी गैंग से जुड़कर तस्करी करने लगा। इसके अलावा गैंग में शामिल एक तांत्रिक आसिफ मामा को आजाद नगर से गिरफ्तार कर पूछताछ की तो उसने बताया की वह झाड़-फूंक के बहाने लोगों को नशे का आदी बनाता था।