सरकारी योजना का झांसा देकर 200 लोगों से 3 करोड़ ठगे!

इंटरनेट पर नेटवर्क तैयार कर फर्जी योजना का प्रचार!

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सरकारी योजना का झांसा देकर 200 लोगों से 3 करोड़ ठगे!

Indore : भारत जन कल्याण योजना का झांसा देकर ठगी करने वाले ईश्वर आंजना से क्राइम ब्रांच पूछताछ में जुटी है। उसने उप्र के अवधेश पांडे के साथ रहकर ठगी के तरीके सीखे थे। ईश्वर के साथी अंकित मेवाड़ा और अशोक मेवाड़ा भी गिरफ्तार हो चुके हैं।

क्राइम ब्रांच ने ईश्वर को गुरुग्राम से पकड़ा है। उसने 9 जिलों से 200 से ज्यादा लोगों को ठगना स्वीकार लिया है। लोग आसानी से विश्वास कर ले इसलिए उसने ऑफिस का उद्घाटन एक मंत्री से करवाया था जिसमें कई अफसर भी शरीक हुए थे।

एडिशनल आयुक्त गुरुप्रसाद पाराशर के मुताबिक ईश्वर पिता शिवलाल आंजना निवासी माल्या खेरखेड़ा (मंदसौर) शातिर अपराधी है। उसने उप्र के अवधेश पांडे के साथ रहकर ठगी के तरीके सीखे थे। पांडे एक स्थानीय पार्टी से जुड़ा हुआ था। इसके बाद ईश्वर ने इंटरनेट पर अपना नेटवर्क तैयार किया और फर्जी योजना का प्रचार-प्रसार करना शुरू कर दिया। लोगों से कहा कि केंद्र सरकार की इस योजना के अंतर्गत अनाज लेने पर सरकार द्वारा 10 से 50 प्रतिशत कमीशन मिलता है।

ठग 40 हजार से डेढ़ लाख के लगभग सुरक्षा निधि लेता था और उसके बदले में हेल्पर, कम्प्यूटर, स्कैनर देने का आश्वासन देता था। लोग आसानी से बहकावे में आते गए और ईश्वर ने नौ जिलों में 200 से ज्यादा लोगों से तीन करोड़ रुपये ठग लिए। इस काम में उसका अंकित मेवाड़ा निवासी परिहार चौराहा भोपाल और अशोक मेवाड़ा ने साथ दिया जो पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं।

इनकी शिकायत पर कार्रवाई 

गोपी मंडलोई बड़वानी 33 लाख (30 लोगों से), विजय कुमरावत आगर 27 लाख रुपए, जुगल किशोर सुसनेर 3 लाख 85 हजार, अशोक कुमार शर्मा नीमच 10 लाख, दयाल कुशवाहा सादलपुर 50 हजार, दिग्विजय सिंह महू 1 लाख, नरेंद्र अग्रवाल खंडवा 55 लाख रुपए (25 लोगों से), लीलाधर पाटीदार महू 8 लाख। एडिशनल डीसीपी के मुताबिक आरोपी ईश्वर के खिलाफ उज्जैन, नागदा और रतलाम में भी केस दर्ज है, जबकि अन्य जिलों में शिकायत दर्ज है।