खारुनाला फील्ड फायरिंग रेंज (केएनएफएफआर) द्रास,कारगिल में पिनाका एमके- (उन्नत) के उपयोगकर्ता परीक्षणों का सफल समापन हुआ

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खारुनाला फील्ड फायरिंग रेंज (केएनएफएफआर) द्रास,कारगिल में पिनाका एमके- (उन्नत) के उपयोगकर्ता परीक्षणों का सफल समापन हुआ

इटारसी से चंद्रकांत अग्रवाल की रिपोर्ट 

इटारसी। आयुध निर्माणी इटारसी म्यूनिशंस इंडिया लिमिटेड की एक इकाई ने डीआरडीओ और भारतीय सेना के सहयोग से हाई एल्टीट्यूड एरिया (एचएए) परीक्षणों के हिस्से के रूप में खारु नाला फील्ड फायरिंग रेंज (केएनएफएफआर) द्वास, कारगिल में 7 नग पिनाका एमके (एन्हांस्ड) रॉकेटों का सफल परीक्षण किया है। परीक्षण दो दिनों (18.10.2022 से 19.10/2022) तक चला जिसके दौरान 07 नग उन्नत रेंज के किटों को विभिन्न विन्यासों में दागा गया। सभी उद्देश्यों को पूरा किया गया और परीक्षण 100% सफल रहा। इससे पहले अगस्त, 2022 के दौरान पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में रॉकेट के इसी संस्करण का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया था।

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उपरोक्त परीक्षणों के पूरा होने के साथ, आयुध निर्माणी इटारसी, म्यूनिशंस इंडिया लिमिटेड के तत्वावधान में प्रमुख प्रणोदक निर्माण सुविधा, पिनाका एमके (उन्नत) रॉकेट के लिए प्रणोदन प्रणाली के निर्माण के लिए एक स्थापित स्रोत बन गया है ओ एफ आई लगभग 60 दिनों के समय चक्र और 38 किमी की सीमा के साथ कार्ट्रिज लोडेड तकनीक के माध्यम से पिनाका एमके रॉकेट के लिए प्रणोदन प्रणाली का निर्माण कर रहा है। केस बॉन्डेड तकनीक का उपयोग कर के हाल ही में विकसित उन्नत संस्करण के साथ, समय चक्र में 25 दिनों तक की कमी हो गई है और 50 किमी तक की सीमा भी बढ़ गई है। सेना की योजना अंततः पिनाका एमके को उन्नत संस्करण से बदलने की है क्योंकि इससे भारतीय सेना की सामरिक क्षमता में सुधार होगा। उपरोक्त रॉकेट प्रणाली में निर्यात की भी अपार संभावनाएं हैं इसके बाद ओएफआई को पिनाका एमके (एन्हांस्ड) रॉकेट का भविष्य में अच्छा वर्क लोड मिलेगा।