केरल से लापता 32 हजार महिलाओं की दारुण व्यथा बताएगी ‘द केरल स्टोरी’

देश में हिंदुओं के साथ हुए अत्याचार की कहानियों को कैमराबद्ध करने की कोशिशों की दूसरी कड़ी

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केरल से लापता 32 हजार महिलाओं की दारुण व्यथा बताएगी ‘द केरल स्टोरी’

सुदेश गौड़

विपुल अमृतलाल शाह की आगामी फिल्म “द केरल स्टोरी” का टीज़र, जो केरल राज्य में 32,000 महिलाओं के लापता होने के पीछे की घटनाओं का खुलासा करता है, आजकल इंटरनेट पर वायरल हो रहा है। देश में हिंदुओं के साथ हुए अत्याचार की कहानियों को कैमराबद्ध करने की कोशिशों की दूसरी कड़ी के रूप में बन रही फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ का टीजर गत दिवस जारी कर दिया गया।फिल्म के अगले साल सिनेमाघरों में रिलीज होने की उम्मीद है। फिल्म में प्रलोभन, दबाव और भय दिखाकर अगवा की गई और बहला फुसलाकर ले जाई गई ऐसी युवतियों की कहानी है जिन्हें आतंकवादी संगठनों ने अपना गुलाम बनाकर रख लिया। फिल्म के निर्देशक सुदीप्तो सेन ने इस कहानी पर महीनों तक शोध किया है और इस काम में उन्हें तमाम समाजसेवी संगठनों ने भी मदद की है।फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ के निर्माता विपुल अमृतलाल शाह के मुताबिक ये एक ऐसी मानवीय त्रासदी की कहानी है जो दर्शकों को अंदर तक झकझोर देगी। ये फिल्म केरल राज्य में कथित रूप से लापता हुई 32 हजार महिलाओं के पीछे की घटनाओं का खुलासा करती है। विपुल का दावा है कि ये फिल्म केरल को झकझोर देने वाली घटनाओं की एक बहुत ही प्रामाणिक, वास्तविक, निष्पक्ष और सच्ची कहानी है।

फिल्म “द केरल स्टोरी” का साधारण लेकिन शक्तिशाली टीज़र ऐसी ही एक पीड़ित अदा शर्मा की कहानी बताता है, जो एक नर्स बनने की ख्वाहिश रखती थी, लेकिन उसके घर से अगवा कर लिया गया और अब आईएसआईएस आतंकवादी के रूप में अफगानिस्तान जेल में कैद है।

निर्माता विपुल अमृतलाल शाह ने दृढ़ निश्चय किया तभी फिल्म कई चुनौतियों का सामना करते हुए तैयार की जा रही है। रिपोर्टों के अनुसार, निर्देशक सुदीप्तो सेन ने निवासियों और पीड़ितों के रिश्तेदारों से मिलने के लिए राज्य और यहां तक कि कई अरब देशों की यात्रा की।

हाल के एक शोध के अनुसार, 2009 से केरल और मैंगलोर की लगभग 32,000 हिंदू और ईसाई महिलाओं को इस्लाम में परिवर्तित किया गया है, जिनमें से अधिकांश का जीवन सीरिया, अफगानिस्तान और अन्य आईएसआईएस और हक्कानी-नियंत्रित क्षेत्रों में समाप्त हो गया। फिल्म इस साजिश के पीछे के तथ्यों के साथ-साथ इन महिलाओं की पीड़ा को भी उजागर करेगी। फिल्म के अगले साल सिनेमाघरों में रिलीज होने की उम्मीद है।