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आठ घंटे में रिपोर्ट नहीं दी तो संगठन पर डिटेल अपलोड नहीं कर सकेंगे बीजेपी नेता
भोपाल: बीजेपी में जिला अध्यक्षों, जिला प्रभारियों और अन्य पदाधिकारियों की वर्किंग में कसावट लाने संगठन एप की सख्ती पर काम में लेटलतीफी करने वाले नेताओं पर भारी पड़ेगी। जिन नेताओं को प्रवास और कार्यक्रमों में जाना है, उन्हें संगठन एप के जरिये संगठन को रिपोर्ट भेजना जरूरी है और वहां पहुंचने के बाद भी छह से आठ घंटे के भीतर अगर अपनी मौजूदगी की डिटेल अपलोड नहीं की तो इसके बाद संगठन एप जानकारी स्वीकार नहीं करेगा। इसलिए पदाधिकारियों को टाइम मैनेजमेंट का ध्यान कार्यक्रम और तकनीकी सूचना देने के काम में रखना होगा।
जिसके लिए सूचना उसे ही दिखेगा नोटिफिकेशन
संगठन एप में यह व्यवस्था भी की जा रही है कि जिस कैटेगरी के पदाधिकारी के लिए प्रदेश स्तर से सूचना जारी की गई जाएगी, एप में उसे ही नोटिफिकेशन देखने को मिलेगा। मसलन अगर बूथ अध्यक्ष के लिए नोटिफिकेशन है तो बाकी पदाधिकारी उसे नहीं देख सकेंगे। जिला अध्यक्ष के लिए नोटिफिकेशन होगा तो वही देख सकेंगे। संगठन के पास प्रदेश पदाधिकारी से लेकर पन्ना समिति सदस्य तक का डाटा उपलब्ध होने के कारण इस तरह की व्यवस्था की जा रही है।
कई जिलों में अपलोड की दिक्कतें
इस व्यवस्था को लागू हुए एक माह का समय हो चुका है लेकिन कई जिलों में जिला अध्यक्ष व जिला प्रभारी संगठन एप में जानकारी समय पर अपलोड नहीं कर रहे हैं। इसके पीछे मोबाइल नम्बर और अन्य तकनीकी दिक्कतों के साथ जिला अध्यक्षों को एप की तकनीकी के हिसाब से खुद को एक्सपर्ट नहीं बना पाना बताया जा रहा है। ऐसे पदाधिकारियों को प्रदेश स्तर से सूचना देकर उन्हें जानकारी अपडेट करने के साथ अन्य तकनीकी दिक्कतों से निबटने के तरीके भी बताए जा रहे हैं।
रियल टाइम फोटो अपलोड होंगे
संगठन एप में संबंधित पदाधिकारी या कार्यकर्ता कार्यक्रम में शामिल होने का फोटो, वीडियो एप में टाइम लिमिट में ही अपलोड कर सकेगा। इसके लिए अधिकतम छह से आठ घंटे का समय कार्यक्रम की महत्ता के अनुसार होगा लेकिन अगर कोई पदाधिकारी मन की बात की फोटो व वीडियो सुबह देखने के बाद शाम को अपलोड करना चाहे तो ऐसा नहीं हो सकेगा। उसे कार्यक्रम के बाद एक से दो घंटे के भीतर डिटेल अपलोड करना होगी। इसमें यह दिक्कत भी होगी कि फोटो गैलरी से कोई फोटो अपलोड नहीं कर पाएंगे। केवल रियल टाइम यानि नए फोटो ही अपलोड हो पाएंगे। इसलिए कोई पदाधिकारी मौके पर पहुंचे बिना रिपोर्ट नहीं कर पाएगा। बैठकों और रैलियों के लिए भी ऐसा ही सिस्टम होगा।