बागेश्वर धाम के पीठाधीश धीरेन्द्र शास्त्री और उनके गुर्गों पर लगा जमीन हड़पने का आरोप

कलेक्ट्रेट के सामने अनिश्चित आमरण अनशन पर बैठे पीड़ित परिवार के सदस्य

1463

बागेश्वर धाम के पीठाधीश धीरेन्द्र शास्त्री और उनके गुर्गों पर लगा जमीन हड़पने का आरोप

छतरपुर से राजेश चौरसिया की रिपोर्ट

छतरपुर: पूरे भारत में इस समय बागेश्वर धाम की चर्चा चल रही है और देश के कौने कौने से इस तीर्थ स्थल में श्रद्धालुओं का जमावड़ा लग रहा है। वहीं दूसरी ओर इसी ग्राम गढ़ा के निवासी संतोष सिंह घोष, सुम्मेर सिंह घोष और उनका पूरा परिवार इस समय जिला पंचायत कार्यालय के सामने टेंट लगाकर धीरेन्द्र शास्त्री महाराज और उनके गुर्गों के ऊपर जबरियन जमीन हड़पने का आरोप लगाकर धरना दिया जा रहा है।

धरने पर बैठे पीड़ित लखन सिंह और संतोष सिंह घोष के परिवार जनों ने बताया कि ग्राम गढ़़ा में उनकी पैतृक जमीन है और हम लोगों ने स्वेच्छा से बागेश्वर धाम के लिए कुछ जमीन दे दी थी। परंतु धीरेन्द्र शास्त्री के कुछ गुर्गों के द्वारा उनकी पैतृक जमीन के हड़पने की कोशिश की जा रही है। ग्राम गढ़ा में जगह जगह चाय पान एवं खाना की दुकानें खुली हुई हैं। लेकिन धीरेन्द्र शास्त्री के गुर्गे उनकी पैतृक जमीन पर न तो दुकान खोलने दे रहे हैं और न ही किसी प्रकार का व्यवसाय करने दे रहे हैं। जिसके कारण पूरा परिवार आर्थिक तंगी से गुजर रहा है।

● CM और DM से की शिकायत..

धीरेन्द्र शास्त्री और उनके लोगों के द्वारा उनके टपरे तोड़े गए हैं। घोष परिवार के सभी सदस्यों ने इस संबंध की शिकायत प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, छतरपुर कलेक्ट संदीप जीआर एवं पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा से की है। इसके अलावा इन लोगों ने इस संबंध में न्यायालय में भी प्रकरण दाखिल कर दिया है।

गौरतलब हो कि बागेश्वर धाम मंदिर के पीठाधीश धीरेन्द्र शास्त्री के द्वारा ग्राम गढ़ा में लगातार शासकीय जमीन पर निर्माण कार्य कराया जा रहा है। घोष परिवार का आरोप है कि उनकी पैतृक जमीन पर कई निर्माण कार्य करा दिए गए हैं। जिला प्रशासन से इन लोगों ने गुहार लगाई है कि इनकी भूमि का सीमांकन कराकर इन्हें उस पर कब्जा दिलाया जाए।

● PM और CM के बोर्ड के सामने प्रदर्शन..

पीड़ित और ओबीसी नेता विनोद पटेल कलेक्ट्रेट और जिला पंचायत के सामने लगे PM आवास के बोर्ड जिसमें PM नरेंद्र मोदी और CM शिवराज की तस्वीर है कि ओर इशारा करते हुए बताते है कि एक तरफ जहां प्रदेश और केंद्र सरकार पीएम आवास योजना के तहत गरीब लोगों को आवास मुहैया करा रही है तो वहीं इनकी खुद की जमीन पर बने आवास और ढाबों को सामंतवाद के जरिए धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री द्वारा तोड़ा जा रहा है। यह कहां का न्याय है।

● पुलिस द्वारा कार्यवाही का आश्वासन.

हालांकि इस संबंध में बमीठा टीआई अरविंद दांगी के द्वारा दोनों पक्षों के खिलाफ कार्यवाही किए जाने का आश्वासन दिया है। फिलहाल बागेश्वर धाम में हो रहा जमीनी विवाद श्रद्धालुओं के लिए चिंता का विषय है। जिला प्रशासन ने समय रहते यदि शीघ्र कार्यवाही नहीं की तो आने वाले समय में गढ़ा में कोई अप्रिय घटना घट सकती है।