Mandi Secretary Removed: अनियमितताओं के चलते मंडी सचिव को हटाया
बड़वानी से सचिन राठौर की रिपोर्ट
बड़वानी : मध्य प्रदेश में बड़वानी जिले के कलेक्टर द्वारा भेजी गई टीम द्वारा सेंधवा में मंडी टैक्स के अपवंचन संबंधी शिकायतों की प्रारंभिक तौर पर पुष्टि होने के उपरांत आज मंडी सचिव को हटा दिया गया।
जिला कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा ने बताया कि उनके द्वारा भेजी गई संयुक्त टीम द्वारा सेंधवा के विभिन्न परिसरों में दी गई दबिश के उपरांत विभिन्न अनियमितताएं पाए जाने के चलते जीवी रश्मि, प्रबंध संचालक सह आयुक्त, मध्यप्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड भोपाल को जानकारी प्रदान की गई थी। इसके बाद उन्होंने आज सेंधवा के मंडी सचिव लक्ष्मण सिंह ठाकुर को हटाकर राज्य कृषि विपणन बोर्ड आंचलिक कार्यालय इंदौर पदस्थ कर दिया है।
कलेक्टर श्री शिवराज सिंह वर्मा ने बताया ‘प्रारम्भिक जानकारी में ये आया कि सेंधवा के व्यापारियों द्वारा मंडी सचिव व कर्मचारियों की मिलीभगत से मक्का के सीजन में किसानों से अपने गोदामों में ख़रीदी की गई। ख़रीद को अपने रिकार्ड में नहीं दिखाया गया, ख़रीद कर सीधे बेचा गया। जिससे व्यापारियों द्वारा मंडी टैक्स की चोरी की शिकायत सही पाई गई।’
उन्होंने बताया कि जांच दल द्वारा व्यवसाई अनूप गोयल के गोदाम में सार्वजनिक वितरण प्रणाली का 9.35 क्विंटल चावल भी पाया गया था। इसे जब्त कर आज कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी की शिकायत पर सेंधवा शहर थाना पुलिस ने अनूप गोयल के विरुद्ध आवश्यक वस्तु अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है।
उन्होंने कहा कि एसडीएम सेंधवा द्वारा जांच दल के माध्यम से कराई गई कार्रवाई का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जा रहा है, इसके उपरांत आगामी वैधानिक कार्यवाही संपादित कराई जाएगी।
जिला कलेक्टर ने बताया कि सेंधवा कृषि उपज मंडी में नीलामी का कार्य करीब ढाई वर्ष से ठप पड़ा था। जांच दल की कार्रवाई के उपरांत कृषि उपज मंडी में नीलामी का काम सोमवार से शुरू करा दिया गया। उन्होंने कहा कि जांच में सुविधा की दृष्टि से खरीदी बिक्री पर रोक लगाकर व्यवसायियों की आईडी डीएक्टिवेट करा दी गई थी, जिसे अब आरंभ करा दिया गया है।
उधर आज सेंधवा के व्यापारियों ने खरीदी बिक्री के पोर्टल पर उनकी आईडी लॉक होने तथा भाव कम होने का हवाला देते हुए किसानों से मक्का खरीदने से इंकार कर दिया। इससे आक्रोशित किसानों ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ सेंधवा खेतिया राजमार्ग पर प्रदर्शन किया और करीब आधे घंटे तक चक्का जाम कर दिया। अधिकारियों की समझाइश के बाद व्यवसायी खरीदी के लिए राजी हुए और देखते ही देखते 300 गाड़ी मक्का की बिक्री हो गई।
सेंधवा के तहसीलदार मनीष पांडेय ने बताया कि जिला कलेक्टर द्वारा 11 नवम्बर को भेजे गए दल ने लगातार जारी जांच में सेंधवा के व्यवसायिक परिसरों में बड़ी मात्रा में अनाज के अवैध भंडारण और स्टॉक में व्यापक अंतर पाए जाने के चलते प्रारंभिक तौर पर मंडी टैक्स का अपवंचन चिन्हित किया है। उन्होंने बताया कि एक ही व्यवसायिक परिसर में कई सिस्टर फर्म का संचालन, बिना पंजीकरण के प्रोसैस्ड अनाज का कामकाज तथा बिना अनुज्ञा जारी हुए अनाज का अन्य स्थानों पर परिवहन भी पाया गया है।