Bribe for Ticket : MCD टिकट के लिए रिश्वत ली, फिर भी टिकट नहीं दिया!  

'आप' के MLA के भाई और PA समेत तीन गिरफ्तार 

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Bribe for Ticket : MCD टिकट के लिए रिश्वत ली, फिर भी टिकट नहीं दिया! 

New Delhi : दिल्ली पुलिस की एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने आम आदमी पार्टी (AAP) के MLA अखिलेश पति त्रिपाठी के दो नजदीकी लोगों को एक व्यक्ति से उसकी पत्नी को नगर निगम (MCD) चुनाव में पार्टी का उम्मीदवार बनाने के लिए रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया।

एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान ओम सिंह, शिव शंकर पांडेय और प्रिंस रघुवंशी के रूप में की है। एसीबी के मुताबिक, ओम सिंह कथित तौर पर त्रिपाठी के साले हैं, जबकि पांडे उनके निजी सहायक हैं। गोपाल खारी ने शिकायत करते हुए आरोप लगाया कि उसने अपनी पत्नी शोभा को MCD का टिकट दिलाने के लिए रिश्वत दी थी, लेकिन अंत में उसे टिकट नहीं मिला।

ACB चीफ मधुर वर्मा ने कहा कि शिकायतकर्ता ने सोमवार को ACB से शिकायत की कि वह 2014 से ‘आप’ का कार्यकर्ता है। 9 नवंबर को वह वार्ड नंबर 69, कमला में अपनी पत्नी के लिए टिकट मांगने के लिए AAP के विधायक त्रिपाठी से मिला था। शिकायतकर्ता ने कहा कि उन्होंने (MLA ने) इसके लिए 90 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की।

वर्मा ने कहा कि शिकायतकर्ता ने कथित तौर पर मॉडल टाउन विधायक त्रिपाठी को 35 लाख रुपए और वजीरपुर MLA राजेश गुप्ता को टिकट मिलने के बाद शेष भुगतान करने के आश्वासन के साथ 20 लाख रुपए का भुगतान किया। शिकायतकर्ता ने 12 नवंबर को अपनी पत्नी के AAP के उम्मीदवारों की सूची में शामिल नहीं होने के बाद कथित रिश्वतखोरी की ऑडियो और वीडियो रिकॉर्डिंग प्रस्तुत किए। उन्होंने कहा कि उन्हें रिफंड के साथ-साथ अगले चुनावों में टिकट के आश्वासन की पेशकश की गई थी।

शिकायत के अनुसार, उसने शुरुआती 25 लाख रुपए किस्तों में दिए थे, जो दोस्तों और रिश्तेदारों से लिए गए थे। ये पैसे मॉडल टाउन के एक मॉल के पास सौंपे गए। ओम सिंह पास में इंतजार कर रहे थे, जबकि शिकायतकर्ता के बेटे ने उन्हें कल्याण विहार में 10 लाख रुपए दिए। शिकायतकर्ता ने यह भी आरोप लगाया कि उसने त्रिपाठी की सलाह पर राजेश गुप्ता को भुगतान किया।

ACB चीफ ने कहा कि मंगलवार और बुधवार की दरम्यानी रात शिकायतकर्ता के घर पर जाल बिछाया और चश्मदीदों ओम सिंह, पांडे और रघुवंशी की मौजूदगी में 33 लाख रुपए की रिश्वत वापस करने आए लोगों को पकड़ लिया। ACB ने भारतीय दंड संहिता (IPC) की रिश्वतखोरी की धारा के साथ-साथ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत FIR दर्ज की और पैसे जब्त कर लिए। मामले में और सबूत जुटाने के लिए आगे की जांच जारी है।