संस्कृति को सहज रखने के साथ ही कला को सहेजने का काम करते हैं शिल्पकार —प्रहलाद पटेल
रतलाम: देश में हस्तशिल्प कला को प्रोत्साहन देने के लिए सरकार प्रतिबद्ध हैं।हस्तशिल्प एवं हथकरघा विकास निगम भोपाल द्वारा किया जाने वाला यह प्रयास अद्भुत और अनूठा है।हस्तकला प्रदर्शनी और मेले में हर उत्पाद सुंदर होने के साथ ही टिकाऊ भी हैं।शिल्पकारों के शिल्प को रतलाम के पारखी लोग तवज्जो देते हैं।यह बात महापौर प्रहलाद पटेल ने संत रविदास मध्यप्रदेश हस्तशिल्प एवं हथकरघा विकास निगम भोपाल के द्वारा रोटरी हॉल अजंता टॉकीज रोड में आज से शुरू हुई हस्तशिल्प एवं हथकरघा मेला प्रदर्शनी के उद्घाटन अवसर पर कही।इस मौके पर जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी जमुना भीडे़ भी उपस्थित थी।
महापौर प्रहलाद पटेल ने कहा कि शिल्पकारों ने संस्कृति को सहज रखने के साथ ही कला को सहेज कर अपनी गुणवत्तापूर्ण सामग्री देने के ही उन्हें स्वास्थ्य और सौंदर्य से परिपूर्ण वस्तुएं भी उपलब्ध कराई है।भारत और प्रदेश सरकार का यह प्रयास है के इस प्रकार हजारों वर्षों पुरानी कलात्मक सामग्री को निरंतर बाजार मिलता रहें और संस्कृति के साथ कला भी जीवित रहें।
जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी जमुना भीडे़ ने कहा कि एक छत के नीचे इतने कलाकारों का रतलाम के लोगों के समक्ष उपस्थित होना ही विशिष्ट बात हैं।आज के मशीनी युग में अपने हाथ से सुंदर और कलात्मक सामग्री का निर्माण कर रहे हैं।उन्होंने आग्रह किया कि वे कला को देखें,परखें और उसका लाभ उठाएं।
उद्घाटन के बाद अधिकारियों ने प्रदेश के शिल्पियों के स्टाल पर पहुंचकर उनके द्वारा निर्मित कलात्मक सामग्री का अवलोकन किया।उन्होंने निर्माण से लेकर विपणन तक की सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जा रही सुविधा का जिक्र किया।इस मौके पर मेला प्रभारी दिलीप सोनी ने कहा कि हस्तशिल्प एवं हथकरघा विकास निगम के लगातार 16 वर्षों से यह प्रयास कर रहा हे कि रतलाम में विभिन्न प्रकार की कलाओं को पसंद किए जाने वाले लोग उपस्थित हैं।
ऐसे में रतलाम के कला प्रेमी दोपहर 11:00 बजे से रात 9:00 बजे तक सुंदर सजावट,स्वास्थ्य तथा फैशन के अनुरूप हाथ से निर्मित सामग्री का अवलोकन कर सकते हैं।यह मेला सभी कलाप्रेमीयों के लिए निशुल्क हैं।