No Water in Schools : स्कूलों में पीने का पानी नहीं, बच्चे गंदा पानी पीने को मजबूर!
बड़वानी से सचिन राठौर की रिपोर्ट
Badwani : यहां के स्कूलों में बच्चों के लिए पानी का संकट खड़ा हो गया। ऐसे में बच्चे गंदा पानी पीने को मजबूर हैं। छात्र-छात्राओं और शिक्षकों ने अधिकारियों पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। राज्यसभा सांसद ने कहा कि ये गंभीर लापरवाही है। में जानकारी ले रहा हूँ। गाइडलाइन के अनुसार काम नहीं हुआ तो ठेकेदार और अधिकारियों पर होगी कड़ी कार्रवाई होगी।
शासन एक तरफ स्कूलों में नल-जल योजना के लिए करोड़ो रूपये खर्च कर रही है। लेकिन, ग्रामीण क्षेत्रों की स्कूलों में नल जल योजना के तहत पेयजल यूनिट तो लगी है। लेकिन, छत पर रखी टंकियों में पानी नही भरा जा रहा है, जिसके चलते बच्चों को एक बर्तन में रखे पानी से अपनी प्यास बुझाना पड़ रहा है। ऐसा ही मामला पाटी के ग्राम पंचायत सवारियांपानी की शासकीय स्कूलों का है। जहां स्कूल में नलजल योजना के तहत पानी का पेयजल यूनिट ओर हैडवाश भी बना हुआ है, लेकिन बच्चो को इसका फायदा नही मिल रहा है।
साथ ही प्यास बुझाने़ के लिए बच्चों को बाहर से पानी लाना पड़ रहा है। शिक्षक होशियार सिंह जाधव ने जानकारी देते हुए बताया की यूनिट बनने के बाद वह एक महीने चला। निर्माण कार्य सही नहीं होने से यूनिट टूट गए अब इसका उपयोग नहीं हो रहा है। पीएचई विभाग के जिम्मेदार अधिकारी ठेकेदार से काम करवाने के बाद ध्यान नहीं दे रहे है। जिसके चलते बच्चों को बाहर से बर्तन में पानी लाकर पिला रहे हैं।
राज्यसभा सांसद डॉ सुमेरसिंह सोलंकी बोले गंभीर लापरवाही देखने को मिली है। जानकारी ले रहा हूँ। गाइडलाइन के अनुसार काम नही हुआ तो ठेकेदार और अधिकारियों पर होगी कड़ी कार्रवाई किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएंगी।