राहुल गांधी अपनी यात्रा के जरिए साध गए हर गुट के नेता को

जानिए एमपी की यात्रा में किन नेताओं को मिला महत्व और किन्हें होना पड़ा निराश

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राहुल गांधी अपनी यात्रा के जरिए साध गए हर गुट के नेता को

भोपाल: राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान भले ही प्रदेश कांग्रेस के सभी गुटों को साधने का काम किया, लेकिन प्रदेश कांग्रेस में समकक्ष के नेताओं को मिली राहुल गांधी की यात्रा में कम- ज्यादा तवज्जों गुटबाजी को बढ़ावा दे सकती है। इस दौरान युवा नेताओं में जीतू पटवारी और जयवर्धन सिंह को खासी तवज्जो मिली, उनके मुलाबले राहुल गांधी के आसपास कोई नेता नहीं रहा। जबकि जीतू पटवारी और जयवर्धन सिंह के समकक्ष कई युवा नेता प्रदेश कांग्रेस में सक्रिय हैं।

राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में जहां जीतू पटवारी, जयवर्धन सिंह को खासा महत्व मिला। वहीं राहुल गांधी ने युवा नेताओं में अरुण यादव और कमलेश्वर पटेल को साध कर रखा। दोनों नेताओं को कई बार राहुल गांधी ने अपने साथ चलाया। इसके बाद भी कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता इन चारों युवा नेताओं के बीच राहुल गांधी द्वारा दिए गए महत्व का आंकलन करने से नहीं चूके।

माना जा रहा है कि कमलनाथ, दिग्विजय सिंह और डॉ. गोविंद सिंह के बाद इस यात्रा में राहुल गांधी ने सबसे महत्व जीतू पटवारी को मिला। उन्होंने अपने से जुड़े सभी लोगों को राहुल गांधी से मिलवाया, इसी तरह जयवर्धन सिंह ने भी अपने से जुड़े कई लोगों को राहुल से मिलवाया और उन्हें साथ चलवाया।

जबकि अरुण यादव को महत्व खंडवा और खरगौन में ही मिला। यहां पर उन्होंने अपने समर्थकों को मिलवाया और खुद राहुल गांधी के साथ चले, लेकिन इस क्षेत्र से निकलने के बाद राहुल गांधी के साथ उनका कदमताल कम हो गया। इसी तरह कमलेश्वर पटेल ने शुरूआती दौर में राहुल गांधी के साथ जमकर कदम ताल किया, लेकिन एक बार उन्हें राहुल गांधी के सुरक्षाकर्मियों के अपमानजनक व्यवहार से गुजरना पड़ा। इससे बाद वे भी राहुल गांधी के साथ ज्यादा नहीं चले।

पूर्व नेता प्रतिपक्ष भी कम नजर आए

पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह इस यात्रा में कम नजर आए। हालांकि आगर जिले में वे सक्रिय दिखे। इससे पहले वे बीच-बीच में राहुल गांधी के साथ भी चले, लेकिन जिस तरह से प्रदेश कांग्रेस के बाकी नेता सक्रिय दिखाई दिए, उतने सक्रिय अजय सिंह नहीं रहे।