Ujjain News: युवक की हत्या के विरोध प्रदर्शन के दौरान मेले में हुई जमकर तोड़फोड़

प्रशासन ने मेला बंद करने का दिया आदेश, व्यापारियों ने महापौर को घेरा

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युवक की हत्या के विरोध प्रदर्शन के दौरान मेले में हुई जमकर तोड़फोड़

उज्जैन से सुदर्शन सोनी की रिपोर्ट

उज्जैन । उज्जैन के पारंपरिक कार्तिक मेले में कल रात हुई एक युवक की हत्‍या के बाद बुधवार को हिंदूवादी संगठनों एवं मृतक के रिश्तेदारों ने मेले में शव रख कर विरोध प्रदर्शन किया एवं आरोपीयों पर कड़ी कार्रवाई करने एवं मेला बंद करने की मांग की । इस दौरान आरोपी के झूलों में जमकर तोड़फोड़ की गई । अंततः प्रशासन ने कार्तिक मेला बंद करने का ऐलान कर दिया । उल्लेखनीय है कि 6 दिसंबर को मेले की समापन तिथि थी, दुकान आवंटन की प्रक्रिया में हुई देरी के चलते महापौर मुकेश टटवाल ने मेले की अवधि बढ़ाकर 11 दिसंबर करने की घोषणा की थी ।

कार्तिक मेले में मंंगलवार रात को दीपू नामक युवक की हत्या हो गई थी । युवक की मौसेरी बहन नाववाले झूले में बैठी थी। बहन पर अल्पसंखयक समाज के झूला संचालक के साथी कमेंट कर रहे थे। युवक ने उनको कमेंट करने से रोका तो आरोपियों ने उसके सीने में चाकू घोंप दिए जिससे मौके पर ही युवक ने दम तोड़ दिया था ।

घटना के विरोध में बुधवार सुबह परिजन और हिंदूवादी संगठन के लोगों ने शव को घटनास्थल पर रखकर चक्काजाम कर दिया। भीड़ ने झूलो में तोड़फोड़ शुरु कर दी । जैसे तैसे पुलिस व प्रशासन ने स्थिति को काबू किया उसके बाद एडीएम ने मेले को बंद करने की घोषणा कर दी ।

मेला बंद होने की जानकारी लगते ही कार्तिक मेले में दुकान लगाने वाले व्यापारी एकत्रित हो गए और उन्होंने मेला समाप्ति का विरोध किया । उनका कहना था 2 साल बाद मेला लगा है । नगर निगम के आयुक्त और नेताओं ने हमे रसीद एक माह दी है। मेले में मौजूद कुछ असामाजिक तत्वों के कारण अब सभी व्‍याापारियों को नुकसान उठाना पड़ेगा। मेले का प्रारंभ 5 नवंबर को हुआ था और 6 दिसंबर को मेले का समापन होना था । शनिवार को ही महापौर ने मेले को सात दिन बढ़ाने की घोषणा की थी। इसी बीच ये विवाद हो गया और प्रशासन ने मेले के बंद करने का ऐलान कर दिया। इस बार नगर निगम द्वारा दुकान आवंटन ऑनलाइन किया गया था इस प्रक्रिया में बरती गई जटिलता के कारण 15 दिन बाद तक मेले में रंग नहीं जम सका था। व्‍यापारियों को उम्‍मीद थी कि अंतिम दौर में मेला पूरे शबाब पर रहेगा और मुनाफा कमाने का मौका मिलेगा । लेकिन मेला समाप्ति की घोषणा से व्‍यापारियों की उम्‍मीद पर पानी फिर गया है और हम सभी व्यापारियों को खासा नुकसान उठाना पड़ेगा । व्यापारियों ने नगर निगम में महापौर कार्यालय के बाहर अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया एवं महापौर को अपना हो रहा नुकसान बताते हुए मेला चालू रखने की मांग की । महापौर ने व्यापारियों से चर्चा कर आश्वासन दिया कि जिला प्रशासन के अधिकारियों से चर्चा कर रहे है चर्चा के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा ।