11 राज्यों की पुलिस के मोस्ट वांटेड, जहरखुरानी कांड के मास्टर माइंड आरोपी को दबोचा
इटारसी जंक्शन से जिला ब्यूरो चीफ चंद्रकांत अग्रवाल की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट
इटारसी। वह देश की 6 भाषाओं का ज्ञान रखता है, हालांकि सिर्फ 10 वीं पास है पर 11 राज्यों की पुलिस को मोस्ट वांटेड व जहरखुरानी कांड के इस मास्टरमाइंड की काफी समय से तलाश थी। वह जहरखुरानी के 11 राज्यों में दर्ज 43 मामलों में, देश की 28 जेलों में अब तक 12 वर्ष की सजा भी काट चुका है। पिछले महीने ट्रेन क्रमांक 01032 पूजा एक्सप्रेस में एक यात्री के साथ जहरखुरानी की घटना को अंजाम देने के मामले में आरोपी की गिरफ्तारी में जुटी इटारसी पुलिस के हत्थे उक्त अंतरराज्यीय अपराधी आने से इटारसी जीआरपी के लिए जश्न मनाने का दिन साबित हुई आज की तारीख। इटारसी जीआरपी के हाथ जो आरोपी आया है वह 11 राज्यों की पुलिस का मोस्ट वांटेड होने के साथ ही 6 भाषाओं का जानकार भी है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि उसने मात्र दसवीं कक्षा तक ही पढ़ाई की हुई है। ट्रेन नम्बर 01032 पूजा एक्सप्रेस में यात्री जितेन्द्र पंडित के साथ जहरखुरानी की घटना 3 नवम्बर को हुई थी। इसमें यात्री को बादाम शेक में नशीला पदार्थ खिलाकर लूटा गया था। मामले में जीआरपी ने पड़ताल करते हुए पहले ट्रेन के सभी स्लीपर कोचों का रिकॉर्ड निकलवाया। जीआरपी को पड़ताल में पता चला कि कई राज्यों में जीआरपी थानों में इसी तरह के अपराध दर्ज हुए हैं। इस आधार पर जीआरपी ने जांच को आगे बढ़ाया और जेल रिहाई के रिकॉर्ड को चेक किया तो राजस्थान स्थित पाली निवासी भरत जैन , 42 वर्ष, का नाम सामने आया ।
जो ट्रेन के स्लीपर कोच की आरक्षित बर्थ की सूची में था। इस जानकारी के आधार पर जब जीआरपी आगे बढ़ी तो पता चला कि उक्त व्यक्ति आदतन अपराधी है और उस पर विभिन्न राज्यो में कुल 43 अपराध दर्ज हैं। इसके बाद जी आर पी ने उसकी घेराबंदी के लिए टीम रवाना की। टीम आरोपी की तलाश में मुम्बई तक गई और उसके बारे में जानकारी जुटाते हुए भोपाल तक आई । जहां उसे हबीबगंज स्टेशन पर धरदबोचा गया। जीआरपी की पूछताछ में इटारसी जंक्शन पर हुई 7 चोरियों का भी खुलासा हुआ। उससे करीब साढ़े 4 लाख रुपए का माल बरामद हुआ है। जीआरपी के मुताबिक जहरखुरानी के मामलों में मोस्ट वांटेड आरोपी भरत जैन की तलाश महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, गुजरात, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु और दिल्ली की पुलिस को थी। इन राज्यो में उसने जहरखुरानी की 12 घटनाओ को अंजाम दिया है। जीआरपी ने बताया कि आरोपी ट्रेनों में रिजर्वेशन कराने के बाद सॉफ्ट टारगेट तलाशता था। उसके टारगेट पर महिलाएं और बुजुर्ग ज्यादा होते थे,जिन्हें वह खाने-पीने की सामग्री में नशीला पदार्थ देकर बेहोश कर देता था। 42 वर्ष के राजस्थान निवासी इस आरोपी पर जहरखुरानी के 43 मामले देश के अलग-अलग राज्यों में दर्ज हैं। और यह करीब 12 वर्ष देश की 28 जेलों में सजा काट चुका है। छूटने के बाद फिर वही काम करने लगता है।
राजस्थान के भरत जैन उर्फ सूरज जैन पिता स्व. अशोक जैन, उम्र 42 साल निवासी पांडियों का मोहल्ला ग्राम सादड़ी थाना सादड़ी जिला पाली को इसकी इसी अपराधिक प्रवृत्ति के कारण परिवार ने घर से बाहर कर दिया है। थाणे जेल से 28 अप्रैल 2022 में रिहा होने के बाद आरोपी ने अपराध करना नहीं छोड़ा। 03 नवंबर 22 को भरत जैन ने जितेंद्र पंडित निवासी कामोठे नवी मुम्बई महाराष्ट्र के ट्रेन 01032 पूजा स्पेशल एक्सप्रेस कोच नं. एस / 4 के यात्री से लूटपाट की जो पटना से कल्याण की यात्रा कर रहे थे। यात्रा के दौरान ट्रेन के इटारसी स्टेशन से चलने के बाद यात्री के साथ उसी केबिन में यात्रा के दौरान भरत ने दूध के बाटल (बादाम शेक) में नशीला पदार्थ मिलकर पिला दिया एवं यात्री के बेहोश होने पर उसका एक मोबाइल वीवो कम्पनी का एवं गले से एक सोने की चैन चोरी कर ले गया।
यात्रा के दौरान आरोपी ने शातिराना तरीके से फरियादी के साथ घुल मिल गया था और ट्रेन के इटारसी स्टेशन पहुंचने पर मिल्क शेक की 02 बाटल ली। इटारसी से चलने के बाद एक बाटल में नशीली गोलियां मिलाकर फरियादी को पीने के लिये दिया एवं एक बाटल स्वयं पी ली। दूध पीने के बाद फरियादी बेहोश हो गया। आरोपी ने उसे इतनी ज्यादा मात्रा मे नशे की दवा दे दी थी कि जिससे फरियादी की मौत भी हो सकती थी। बेहोशी का फायदा उठाते हुये आरोपी ने फरियादी का एक मोबाइल एवं एक सोने की चैन गले से खोलकर चोरी कर ले गया था। फरियादी ने कल्याण रेलवे स्टेशन पर जीआरपी में शिकायत दर्ज करायी थी।घटना के बाद एसपी रेल हितेश चौधरी के निर्देश पर, एएसपी रेल चौधरी अमित वर्मा व डीएसपी रेल इटारसी, अर्चना शर्मा के मार्गदर्शन में थाना कल्याण से डायरी प्राप्त होने पर थाना इटारसी में अपराध पंजीबद्ध किया गया था। थाना प्रभारी जीआरपी इटारसी बीभेंद्र व्यंकट टांडिया के नेतृत्व में टीम को आरोपी की तलाश के दौरान पता चला की आरोपी मुंबई में है। जिस पर तत्काल पार्टी को मुंबई रवाना किया। मुंबई में आरोपी लगातार अपने ठिकाने बदलता रहा। फिर मुंबई से निकल कर नासिक, खरगोन, इंदौर, देवास, होते हुये भोपाल आ गया। टीम लगातार उसका पीछा कर रही थी।
आखिर उसे भोपाल मे पकड़ लिया गया। आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय इटारसी में पेश किया गया और मामले में बरामदगी एवं पूछताछ हेतु पुलिस रिमांड पर लिया। आरोपी से अन्य अपराधों के बारे मे पूछताछ करने पर आरोपी ने पूर्व में भी कुल 07 अपराध अलग-अलग ट्रेनों में रेल्वे स्टेशन इटारसी के आस-पास करना बताया। चोरी किये हुए सोने के आभूषण में सोने की चैन, मंगलसूत्र, अंगूठी, कान की बाली, मोबाइल, कुल कीमत 04 लाख 50 हजार रुपए , आरोपी के कब्जे से बरामद की है। सभी राज्यों को वैधानिक कार्यवाही हेतु जीआरपी कन्ट्रोल रूम भोपाल के माध्यम से अवगत करा दिया है। आरोपी को न्यायालय इटारसी में पेश कर केंद्रीय जेल नर्मदापुरम भेज दिया गया है। इस आरोपी की गिरफ्तारी में एसआई आरएस बकोरिया, ए एस आई अब्दुल शरीफ, ए एस आई श्रीलाल पड़रिया, केके यादव, प्रवीण यादव, नजर दौलत खान, विष्णुमूर्ति शुक्ला, अंकित मलिक दीपक सेन, पवन, मनोज त्रिपाठी, ए एस आई नरेंद्र रावत ओर संतोष पटेल की विशेष भूमिका रही।