गांधीवादी को हत्या शब्द ने किया अनाथ , नाथ ने भी छोड़ा साथ…
मध्यप्रदेश में गांधीवादी नेता द्वारा उपयोग किया गया ‘हत्या’ शब्द राष्ट्रीय स्तर पर तूल पकड़ गया है। बात वहां तक पहुंच गई कि विपक्ष ने तो एफआईआर कराने तक कोई कसर नहीं छोड़ी लेकिन राजा सफाई देने के बाद भी इतने अकेले पड़े कि उनकी पार्टी के नाथ ने भी साथ छोड़ दिया है। हालांकि यह बात साफ है कि हत्या शब्द का प्रयोग तो हुआ है, भले ही वह हराने के सेंस में ही क्यों न हुआ हो। पर कांग्रेस की पल्ला झाड़ने की यह रणनीति ही शायद पार्टी को कटघरे में खड़ा करने का काम करती है। मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री राजा पटैरिया को शायद इस बात का अंदाजा नहीं होगा कि मोदी के खिलाफ किसी भी सेंस में हत्या शब्द का प्रयोग कितना कष्टकारी है। मणिशंकर अय्यर या फिलहाल कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे कुछ कहें तो और बात है, पर उनकी बराबरी दूसरे नेता करें, यह संभव नहीं है।
https://twitter.com/OfficeOfKNath/status/1602308920705683462?t=ycL3v7zYD2em8-kptmHOLw&s=08
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट कर स्थिति साफ कर दी कि कांग्रेस पार्टी व उसका एक-एक कार्यकर्ता बापू के सत्य और अहिंसा के सिद्धांत का पालन करता है। अहिंसा के मार्ग पर चलकर बलिदान देना हमारा कर्तव्य पथ है और इतिहास इसका गवाह है। महात्मा गांधी जी ने सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलकर देश को आजादी दिलाई और उसी राह पर चलकर आज तक हमारा देश, देशवासी, संविधान और लोकतंत्र सुरक्षित हैं, पुष्पित और पल्लवित हुये हैं। 45 साल के राजनैतिक जीवन में मैंने हमेशा सत्य और अहिंसा का पालन पूर्ण अंतःकरण से किया है और हमेशा करता रहूंगा। इस विषय पर कोई उंगली नही उठा सकता। आज प्रदेश में एक नेता का कथित वीडियो वायरल हो रहा है, यदि उसमें लेशमात्र भी सच्चाई है तो हम ऐसे बयान की कड़ी निंदा करते हैं।मैं देश के प्रधानमंत्री जी के दीर्घायु होने की कामना करता हॅू। मैं और कांग्रेस का एक-एक सच्चा कार्यकर्ता मन, वचन और कर्म से संविधान और लोकतंत्र की मजबूती और सत्य-अहिंसा के प्रति सदैव दृढ़ और प्रतिबद्ध हैं।
https://twitter.com/OfficeOfKNath/status/1602308812693991425?t=JFWy79OBM1x5Aq5UZtWwlQ&s=08
तो प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने निशाना साधा कि कांग्रेस को अब लगने लगा है कि वह दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पार नहीं पा सकती। इसलिए अब वह उनके खिलाफ षडयंत्र रचने लगी है। कांग्रेस की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी की मौत की चर्चा करना कोई सामान्य बात नहीं है, इसे पूरी गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच कराई जाना चाहिए। कांग्रेस की नेता सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी को मौत का सौदागर कहा। कांग्रेस के ही एक नेता उन्हें रावण कहते हैं। कांग्रेसी नेताओं के इस स्तर तक उतरने से लगता है कि उन्हें यह अहसास हो गया है कि अब वे और उनकी पार्टी अप्रासांगिक हो गई है। ऐसी स्थिति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पार पाना उनके वश की बात नहीं है। इसीलिए वे इस तरह की बातें कर रहे हैं,साजिशें रच रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी की यात्रा भारत जोड़ो यात्रा नहीं, बल्कि भारत को तोड़ने वाली यात्रा है। इस यात्रा में कन्हैयाकुमार शामिल होकर राहुल गांधी के कदम से कदम मिलाते हैं। इस यात्रा में स्वरा भास्कर शामिल होती हैं। राहुल की यात्रा में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगते हैं। जो बात राजा पटेरिया ने की है, उसकी साजिश निश्चित रूप से राहुल गांधी की यात्रा के दौरान ही रची गई है।कांग्रेस नेता राजा पटेरिया ने जो बयान दिया है, उसके लिए उनके खिलाफ एफआईआर की गई है। लेकिन मेरा मानना है कि बात सिर्फ एफआईआर तक सीमित नहीं रहना चाहिए। राजा पटेरिया के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए और जिस बैठक में उन्होंने यह बात कही है, उसकी पूरी गंभीरता से जांच होनी चाहिए। कौन-कौन लोग उस बैठक में शामिल थे और उसमें क्या योजना बनाई गई है। मैं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से यह आग्रह करूंगा कि केंद्रीय एजेंसियों से इस बैठक और उसमें शामिल लोगों की जांच कराएं।
मध्यप्रदेश की सियासत में मोदी की हत्या वाला यह बयान 2022 का सर्वाधिक चर्चित बयान रहेगा। तब भी जब राजा पटैरिया ने सफाई दे दी है कि “मेरा PM मोदी की हत्या वाला बयान ग़लत तरीके से पेश किया गया”। पर क्या करें गांधीवादी को हत्या शब्द ने अनाथ कर दिया है, क्योंकि औरों की बात और है यहां तो नाथ ने भी बिना सफाई पर गौर के राजा का साथ छोड़ दिया है…।