सम्मेद शिखरजी को पर्यटक स्थल बनाने का जैन समाज का विरोध
रतलाम
केंद्र सरकार ने गजट नोटिफिकेशन जारी करते हुए
झारखंड स्थित जैन तीर्थ स्थल सम्मेद शिखर जी को पर्यटक स्थल बनाने व वन्य प्राणी अभयारण्य बनाए जाने की अधिसूचना जारी की हैं।
यह पूरी तरह से गलत हैं।सम्मेद शिखरजी को पर्यटक स्थल की बजाए तीर्थ स्थल ही रहने दिया जाए।हम सबका दायित्व हे कि हम इसका विरोध कर ऐसे निंदनीय प्रस्ताव को पारित होने से रोके।इसको लेकर समग्र जैन समाज द्वारा चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा।इसके विरोध के प्रदर्शन पाकर रैली निकाली जाकर ज्ञापन दिया जाएगा।
यह निर्णय जैन समाज के श्रीसंघो के प्रतिनिधि की मौजूदगी में हुई बैठक में लिया गया।
घांस बाजार स्थित समता अतिथि भवन में हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि 17 दिसंबर को सुबह 10:00 बजे चौमुखीपुल से रैली शुरू होगी जो शहर में प्रमुख मार्गों से होती हुई दो बत्ती चौराहे पर पहुंचेगी यहां प्रशासनिक अधिकारीयों को ज्ञापन दिया जाएगा।
उस दिन समाज के सभी लोग अपना व्यवसाय भी बंद रखेंगे बैठक में महेंद्र गादिया ने बताया कि आराधना भवन श्रीसंघ अध्यक्ष अशोक लुनिया,सचिव हिम्मत गैलड़ा,संजय पारख, तपागच्छ श्रीसंघ के अभय लुनिया,सचिव राजेश सुराणा,श्री ऋषभदेव केसरीमल पीढ़ी के अध्यक्ष राजेंद्र खाबिया, खतरगच्छ श्री संघ अध्यक्ष मनसुख चोपड़ा,त्रिस्तुतिक श्रीसंघ अध्यक्ष राजेंद्र लुणावत,साधुमार्गी जैन संघ के अध्यक्ष सुदर्शन पिरोदिया,मंत्री दशरथ बाफना, वर्धमान स्थानकवासी श्रीसंघ से सचिव जयंतीलाल डांगी,दिगंबर श्रीसंघ के मांगीलाल जैन,कीर्ति बड़जात्या,अभय जैन,डॉ.निर्मल जैन,पियूष गर्ग सहित समग्र जैन समाज की संस्थाएं,संगठन के पदाधिकारी सदस्य सहित समाज जन मौजूद रहें।