चुरहट में शिव शक्ति सेवा संकल्प यात्रा …

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चुरहट में शिव शक्ति सेवा संकल्प यात्रा …

चुरहट विधानसभा 2018 के चुनाव में मध्यप्रदेश की सर्वाधिक चर्चित सीट रही है। कहा जाता है कि विंध्य की दशा और दिशा चुरहट से तय होती है। पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा के शरदेंदु तिवारी ने कांग्रेस के दिग्गज नेता अजय सिंह को उनके गढ़ चुरहट में मात दी थी और संयोग ऐसा कि पूरे विंध्य से कांग्रेस का सफाया हो गया था। कांग्रेस की सरकार बनी, लेकिन सदन में अजय सिंह नहीं पहुंच पाए। अब आगामी विधानसभा चुनाव से पहले शरदेंदु तिवारी हर पंचायत तक पहुंच कर मतदाताओं के मन की बात सुनने और समस्याओं का मौके पर निराकरण करने के लिए हर पंचायत में पहुंच रहे हैं। 26 सितंबर 2022 से शुरू हुई शिव शक्ति सेवा संकल्प यात्रा में अर्द्धांगिनी प्रवीण तिवारी संग विधानसभा की 115 पंचायतों तक पहुंचने का सिलसिला जारी है। 15 दिसंबर 2022 को झाला और डिठौरा पंचायत को मिलाकर 60 पंचायत तक यात्रा पूरी हो चुकी है। चंदरेह के शिव मंदिर से शुरू हुई यात्रा का समापन खाल घाट में देवी मंदिर पर होना है, इसलिए यात्रा का नाम शिव शक्ति सेवा संकल्प यात्रा रखा गया है।
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विधायक पति शरदेंदु तिवारी के साथ कदम से कदम मिला रही प्रवीण तिवारी का कहना है कि यात्रा का कंसेप्ट यही है कि जनता भगवान है और उसकी सेवा करना सच्ची पूजा है। यात्रा के जरिए यह परखने की कोशिश हो रही है कि जनता ने विधायक बनाकर जो जिम्मेदारी सौंपी थी, उस पर कितने खरे उतर पाए हैं और आकलन कर सकें कि कितना काम हुआ है और क्या बाकी है। यात्रा में हितग्राहियों की उन समस्याओं का ऑन स्पॉट निराकरण होता है और जिनमें समय‌ लगना है, उनका निराकरण जल्दी से जल्दी किया जाता है। वृद्धावस्था पेंशन,‌खाद्यान्न पर्ची, जाति प्रमाण पत्र, आयुष्मान कार्ड, विकलांगता प्रमाण पत्र, आधार कार्ड व अन्य प्रमाण पत्र में संशोधन जैसे कार्य त्वरित निराकरण के‌ दायरे में आते हैं। पत्नी प्रवीण तिवारी सेवाभाव और पूरे मनोयोग से न केवल यात्रा में साथ हैं, बल्कि जनसेवा की संतुष्टि भी उनके चेहरे पर झलकती है। एक बुजुर्ग, उसकी विकलांग बहू-बेटे‌ का उदाहरण देते हुए वह बताती हैं कि सरकारी योजनाओं से वंचित परिवार को जब खाद्यान्न पर्ची, तीन पेंशन, विधायक निधि से मदद और आवास जैसी‌ सुविधाएं दिलवाईं तो पूजा कर्म की अनुभूति और संतुष्टि मिली।‌ और यात्रा में ऐसे जरुरतमंद सैकड़ों लोगों की मदद कर असीम संतुष्टि मिलती है।
झाला पंचायत में मंदिर पूजन, कन्या पूजन और कन्या भोज के साथ ही गुरुवार 15 दिसंबर 2022 को जब यात्रा शुरू हुई, तो कदम बढ़ते गए और लोग भी जुड़ते गए। फिर पंचायत के मतदाताओं का जुटना और समस्याओं को सामने सामने रखना। प्रशासनिक अमले द्वारा समस्याओं का निदान करना। तो अपनों से मिलने का यह जरिया बहुत ही विशेष है। विधायक मतदाताओं से रूबरू होते हैं तो महिलाओं को गले लगाने का काम पत्नी प्रवीण बखूबी पूरा करती हैं।